राजकीय यज्ञ नारायण अस्पताल के गायनिक वार्ड में 12 अक्टूबर को ऑपरेशन से जन्म लेने वाली एक नवजात ने सोमवार को अजमेर ले जाते समय दम तोड़ दिया। धम तोड़ने के मामले में नवजात की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में सोमवार शाम हंगामा खड़ा कर दिया। परिजनों का आरोप था कि नवजात के पेट में दर्द था इसलिए उसे नर्सरी में भर्ती कर रखा था। सुबह अचानक डॉक्टरो ने बिना 108 एंबुलेंस और बिना ऑक्सीजन निजी वाहन से अजमेर ले जाने के लिए रवाना कर दिया। इसी दौरान दौरान नवजात ने गेगल के करीब दम तोड़ दिया। फुलेरा के रहने वाले सूरज ने प्रस्ताव पीड़ा के चलते हैं 12 अक्टूबर को अपनी पत्नी अंजलि को डॉक्टर पूनम अग्रवाल को दिखाया था। उन्होंने प्रसव पीड़ा के बावजूद अंजलि को भर्ती नहीं किया। इसी दिन शाम को परिजन उसे भी निजी अस्पताल ले गए। जहां सोनोग्राफी वह अन्य जांच करवाने के लिए राजकीय नारायण अस्पताल ले जाने को कहा यहां भर्ती करने के बाद 13 अक्टूबर को नवजात की धड़कन समस्या बाता कर कुछ जांचे करवाई गई। सोमवार सुबह नर्सरी में भर्ती कर दिया। दोपहर में अजमेर ले जाने को कहा निजी वाहन से अजमेर में जाते समय इसी दौरान गेगल के पास पहुंचते ही नवजात की सांसे थम गई।