नागौर. जिला मुख्यालय के पंडित जवाहरलाल नेहरू जिला राजकीय चिकित्सालय में करीब डेढ़ साल पहले स्थापित किया गया डिजिटल रेडियोग्राफी (डीआर) सिस्टम पिछले दस दिन से खराब पड़ा है। जिम्मेदारों का कहना है कि डीआर सिस्टम का कम्प्यूटर खराब होने पर मरम्मत करने वाली ठेकेदार कम्पनी को मेल भेज दिया था, लेकिन अब तक कोई इंजीनियर नागौर नहीं आया है। इधर, डीआर सिस्टम खराब होने से पूरा भार सामान्य मशीन पर आ गया है, ऐसे में मरीजों को एक्स-रे करवाने के लिए लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है। साथ ही कमर के एक्स-रे भी नहीं हो पा रहे हैं।
गौरतलब है कि करीब डेढ़ साल पहले जिला मुख्यालय के जेएलएन राजकीय अस्पताल में करीब 55 लाख की लागत से आधुनिक तकनीकी युक्त डिजिटल रेडियोग्राफी (डीआर) सिस्टम स्थापित किया गया था, ताकि एक्स-रे करवाने वाले मरीजों को ज्यादा देर तक इंतजार नहीं करना पड़े और डॉक्टर्स को भी गुणवत्तापूर्ण रिपोर्ट मिलने से बीमारी पकडऩे में आसानी हो। डीआर सिस्टम ने अगस्त तक ठीक काम किया, लेकिन पिछले करीब दस दिन से सिस्टम खराब पड़ा है, जिसे ठीक करने के लिए इंजीनियर नहीं आ रहा है।
एक हजार से अधिक ओपीडी, 100 के करीब एक्स-रे
अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार मौसमी बीमारियों का प्रकोप होने व सडक़ दुर्घटनाएं अधिक होने से पिछले काफी दिनों से जेएलएन अस्पताल की ओपीडी 1100 से 1300 तक पहुंच रही है। वहीं एक्स-रे करवाने वाले मरीजों की संख्या भी 100 के करीब पहुंच रही है। डीआर सिस्टम खराब होने से कमर सहित कुछ एक्स-रे मरीजों को बाहर से करवाने पड़ रहे हैं।
दो दिन बाद आएगा इंजीनियर
डीआर सिस्टम का कम्प्यूटर खराब होने पर हमने मरम्मत करने वाली ठेकेदार कम्पनी को मेल भेज दिया था, लेकिन अब तक उनका इंजीनियर नहीं आया है। मंगलवार को बात करने पर गुरुवार तक आने की बात कही है। वैसे कुछ एक्स-रे ही नहीं हो पा रहे हैं, बाकी तो हो ही रहे हैं।
– हरिओम गुप्ता, रेडियोग्राफर इंचार्ज, जेएलएन अस्पताल, नागौर