अजमेर। विश्व प्रसिद्ध अजमेर का पुष्कर मेला बुधवार से शुरू हो चुका है। पशुपालक ऊंट, घोड़े और मवेशियों के साथ डेरे डाल लिय है। 6 नवंबर तक सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं होंगी, 30 अक्टूबर को ध्वजारोहण होगा। प्रशासन ने सुरक्षा, स्वच्छता और ठहरने की सुविधाएं सुनिश्चित की। देशी-विदेशी सैलानियों का पहुंचना शुरू हो गया। अजमेर विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेले का आगाज बुधवार से हो गया है। मेले की शुरुआत के साथ ही पशुपालकों ने रेतीले धोरों में अपने-अपने डेरे डाल दिए हैं। ऊंट, घोड़े और मवेशियों की खरीद-फरोख्त के लिए पशुपालक दूर-दराज के इलाकों से पुष्कर पहुंच चुके हैं। मेले में इस बार 6 नवंबर तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य, संगीत संध्या और पारंपरिक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। पर्यटकों और श्रद्धालुओं के आकर्षण के लिए प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं।6 नवंबर तक तीन चरणों में होगा मेलाये मेला 6 नवंबर तक होगा जो कि तीन चरणों में होने वाले इस मेले में पशु मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम और धार्मिक मेला शामिल है। 30 अक्टूबर को ध्वजारोहण के साथ कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत होगी। रेतीले धोरों में ऊंट पालकों ने अपने ऊंटों के साथ डेरा डाल लिया है। ऊंटों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। मेला क्षेत्र में अश्व पालक अपने घोड़ों के लिए अस्थाई और स्थाई जगहों पर रुक गए हैं।
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