अजमेर। हम उस इंसान के प्रति अपना प्यार, आभार और सम्मान जाहिर करते हैं, जिसकी ममता और त्याग की कोई तुलना नहीं। दुनिया के हर रिश्ते में कहीं न कहीं स्वार्थ झलकता है, लेकिन मां का प्यार निस्वार्थ और अटूट होता है। उसकी ममता को शब्दों में पिरोना आसान नहीं, फिर भी कुछ भावनाएं ऐसी होती हैं जो दिल से निकलती हैं और मां तक पहुंचती हैं। बारिश में भीगती हुई। मां अपने बच्चे को अपने कंधे पर बैठा कर ले जाती हुई।