अजमेर। जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत ने अजमेर सर्किट हाउस पर देवतुल्य नागरिकों से की मुलाकात, समस्याओं के त्वरित समाधान के दिए निर्देश राजस्थान के जल संसाधन मंत्री **श्री सुरेश सिंह रावत** ने आज अजमेर स्थित सर्किट हाउस में जनसुनवाई करते हुए बड़ी संख्या में उपस्थित **देवतुल्य नागरिकों** से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने जन-समस्याओं को **ध्यानपूर्वक सुना**, उनकी जमीनी वास्तविकता को समझा और **सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश** जारी किए।
श्री रावत ने कहा कि जनसेवा ही जनप्रतिनिधियों का सर्वोच्च धर्म है और राज्य सरकार का उद्देश्य **पारदर्शी, जवाबदेह और संवेदनशील शासन प्रणाली** को मजबूत करना है। उन्होंने यह भी दोहराया कि “हर व्यक्ति की समस्या हमारी प्राथमिकता है, और उसका समाधान समयबद्ध हो – यही हमारी प्रतिबद्धता है।”
**जनसुनवाई के मुख्य बिंदु:**
* **जल आपूर्ति एवं सिंचाई योजनाओं** से संबंधित समस्याएं
* **प्रधानमंत्री आवास योजना, पेंशन** जैसे सामाजिक सुरक्षा विषयक मामले
* **सड़क मरम्मत, नाली निर्माण एवं विद्युत कनेक्शन** से जुड़ी शिकायतें
* **पट्टा वितरण, नामांतरण एवं राजस्व विभाग** संबंधी आवेदन
* कई युवाओं ने **रोजगार एवं स्वरोजगार योजनाओं** में मार्गदर्शन हेतु आवेदन प्रस्तुत किए
मंत्री रावत ने हर प्रकरण को व्यक्तिगत रूप से संज्ञान में लेते हुए संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही फ़ोन पर आवश्यक निर्देश दिए तथा कुछ मामलों में **सीधे समयसीमा तय कर समाधान का आश्वासन** दिया।
इस मौके पर जलदाय विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, राजस्व, वन, शिक्षा विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने मौके पर ही आवेदनकर्ताओं से चर्चा कर कार्यवाही शुरू की।
**जनभागीदारी ही सुशासन की रीढ़**
श्री रावत ने कहा कि जनभागीदारी के बिना सुशासन संभव नहीं और इस प्रकार की नियमित जनसुनवाई व्यवस्थाएं **प्रशासन और आमजन के बीच पुल का कार्य** करती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ‘जन-सुनवाई, जन-संवाद और जन-समाधान’ की नीति पर कार्य कर रही है।
अंत में मंत्री जी ने सभी उपस्थित नागरिकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी सेवा में सदैव तत्पर रहना ही उनके जनप्रतिनिधित्व का मूल भाव है।
जय जय पुष्कर राज।।