अजमेर। किशनगढ़, 10 जनवरी 2025 केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भागीरथ चौधरी ने शुक्रवार को जोधपुर में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) राजस्थान उच्च शिक्षा के 63वें प्रदेश अधिवेशन में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षकों, विद्वानों और शिक्षाविदों के साथ संवाद स्थापित किया और शिक्षा एवं कृषि क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। भागीरथ चौधरी ने शिक्षकों को देश के निर्माण की धुरी बताते हुए उनके प्रयासों की सराहना की और संगठन के साथ मिलकर शिक्षा और कृषि के उन्नयन को लेकर कार्य करने का आश्वासन दिया।
एबीआरएसएम संगठन देशभर के 12 लाख से अधिक शिक्षकों को संगठित करते हुए शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित है। यह संगठन न केवल शिक्षकों के अधिकारों के लिए संघर्ष करता है, बल्कि शिक्षा और संस्कृति के उत्थान हेतु भी निरंतर प्रयासरत है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि कृषि भारत की रीढ़ है और इसे सशक्त बनाने के लिए कृषि शिक्षा में सुधार अनिवार्य है। केंद्र सरकार प्रदेश के कृषि महाविद्यालयों की ICAR से संबद्धता, शोध अनुदान, तकनीकी सुधार और अन्य समस्याओं के समाधान हेतु हर संभव प्रयास कर रही है। हमारा उद्देश्य कृषि शिक्षा के स्तर को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना है ताकि देश को योग्य कृषि वैज्ञानिक मिल सकें।
इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, राष्ट्रीय अध्यक्ष ABRSM प्रो. नारायणलाल गुप्ता, प्रदेश अध्यक्ष प्रो. दीपक कुमार शर्मा, प्रदेश महामंत्री प्रो. सुशील कुमार बिस्सु, और आयोजन सचिव प्रो. रिछपाल सिंह सहित अनेक प्रमुख शिक्षाविद एवं संगठन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।