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             अजमेर, 30 अगस्त। अजमेर डेयरी के अध्यक्ष श्री रामचन्द्र चौधरी ने शुक्रवार को मीडिया कर्मियों के साथ संवाद में राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड ऋण योजना आरम्भ करने के लिए सरकार का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इससे पशुपालकों किसानों को आर्थिक उन्नति होने के साथ ही सहकारिता आन्दोलन को मजबूती मिलेगी। राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड ऋण योजना में एक लाख रूपए तक का अल्पकालीन ऋण एक वर्ष के लिए दिया जाएगा। समय पर ऋण चुकाने पर ब्याज नहीं देना होगा। इस राशि का उपयोग पशुपालक पशु खरीदने, पशु शेड-खेली निर्माण, बांटा आदि खरीदने के लिए कर सकेंगे। गाय-भैंस पालक ग्रामीण क्षेत्रा के परिवार को ऋण मिलेगा। दुग्ध का बेचान डेयरी सहकारी समिति को करना होगा। साथ ही पूर्व में दो से अधिक ऋण नहीं होने चाहिए। 

             उन्होंने कहा कि ऋण वितरण को पारदर्शी बनाने तथा गोपालक किसान परिवार को ऋण प्राप्त करने में किसी प्रकार की असुविधा न हो इसलिये ऋण आवेदन से लेकर स्वीकृति की प्रक्रिया को ऑनलाइन माध्यम से संपादित किया जाएगा। गोपालक किसान ई-मित्रा केन्द्र या संबंधित ग्राम सेवा सहकारी समिति के माध्यम से ऋण के लिये आवेदन कर सकता है। गोपालक किसान को प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति का सदस्य होना अनिवार्य है।

             उन्होंने कहा कि इस योजना से आगामी दिनों में दुग्ध उत्पादन तथा संकलन बडे़ स्तर पर बढ़ने की सम्भावना है। इससे राजस्थान भारत में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक राज्य बन सकता है। योजना के लागू होने से पशुपालक आर्थिक रूप से सक्षम बनेंगे। सहकारी समिति के माध्यम से दूध खरीद अनिवार्य करने से सहकारी समितियां मजबूत होगी। पशुओं की नस्ल में सुधार होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार में बढ़ोत्तरी होगी। 

             उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी दुग्ध सम्बल योजना की बकाया राशि का सरकार द्वारा भुगतान किया गया है। दुग्ध उत्पादकों के फरवरी, मार्च, अप्रैल, मई एवं जून माह की लगभग 200 करोड़ रूपए की राशि जारी की है। इसमें अजमेर जिले के पशुपालकों को 20 करोड़ से अधिक की राशि उपलब्ध होगी। इस राशि का भुगतान अगले माह में पशुपालकों को किया जाएगा। अजमेर डेयरी में स्वीकृत 347 पदों में से 67 पदों पर ही पदस्थापन हो रखा है। डेयरी में खाली 210 पदों को भरने के लिए भी राज्य सरकार से अनुरोध किया गया है। दुग्ध संघ के आय एवं लाभ की वस्तुस्थिति की जानकारी भी सरकार को दी गई है। 

             अजमेर डेयरी की भविष्य की कार्य योजनाओं की जानकारी देते हुए श्री चौधरी ने कहा कि अजमेर डेयरी के दुग्ध संकलन को 5 लाख लीटर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 3 लाख लीटर दुग्ध तथा 2 लाख लीटर दुग्ध उत्पादों का विपणन किया जाएगा। इसी वित्तीय वर्ष में अजमेर डेयरी को कर्जमुक्त बनाया जाएगा। जर्मनी की बटर चिपलेट (10 ग्राम) पेकिंग मशीन तथा सौलर एवं चीज प्लांट भी लगाया जाएगा। 

             अजमेर डेयरी के प्रबंधक संचालक श्री के.सी. मीणा ने कहा कि अजमेर डेयरी की गुणवत्ता उच्च श्रेणी की है। डेयरी द्वारा 13 देशों की कई मशीनरी के द्वारा 25 विभिन्न मानकों की जांच पर खरा उतरने पर ही उत्पाद को बिक्री के लिए भेजा जाता है। यह जांच प्रक्रिया नियमित अपनाई जाती है। गुणवत्ता में खरा नहीं उतरने वाले पदार्थ को नष्ट कर दिया जाता है। मिलावट रोकने के लिए ग्राम स्तर तक मशीनें कार्य कर रही है।

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