अजमेर। अजमेर 1992 ब्लैकमेल कांड में आज पाॅक्सो कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए। सभी 6 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। साथ 5-5 लाख का अर्थ दंड दिया है। इस दौरान सभी आरोपी अदालत में मौजूद थे। कोर्ट इस मामले में लंच के बाद फैसला सुनाया। इस मामले में 1 आरोपी अभी भी फरार चल रहा है।
ये आरोपी दोषी साबित
कोर्ट ने इस मामले में नफीस चिश्ती, नसीम उर्फ टार्जन, सलीम चिश्ती, इकबाल भाटी, सोहेल गनी, सैयद जमीन हुसैन को पोक्सो कोर्ट ने दोषी माना है। 32 साल पहले 1992 में अजमेर के प्रसिद्ध मेयो काॅलेज में पढ़ने वाली 100 से अधिक लड़कियों के फोटोज खींचकर आरोपियों ने ब्लैकमेल किया था। इस मामले में 4 आरोपी पहले ही सजा काट चुके हैं। कोर्ट द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया।