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अजमेर। भीषण गर्मी में 21 में को अजमेर के सोमलपुर जंगल में मिली लैपर्ड की लाश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में भीषण गर्मी के चलते भूख और प्यास से लैपर्ड की मौत हुई थी। भूख और प्यास से लेपर्ड इधर-उधर घूम रहा था जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई। उसके बाद कुत्तों और अन्य जानवरों ने लैपर्ड को नोच कर खा लिया। अजमेर में भीषण गर्मी ने पिछले सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आज भी रेड अलर्ट है। संभाग के सबसे बड़े जेएलएन अस्पताल में गर्मी से पीड़ित मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। मौसम

 

25 मई से शुरू हुआ नौतपा 2 जून तक चलेगा। इन नौ दिनों में इतनी भीषण गर्मी होगी कि मानो आसमान से आग बरस रही हो। आज नौतपा का पांचवा दिन है। मौसम वैज्ञानिक इसे हीट वेव या लू वाले दिन भी कहते हैं। इस दौरान उत्‍तर भारत में भीषण गर्मी का प्रकोप रहता है।

 

वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो सूर्य की स्थिति बदलने के चलते मई के आखिर और जून के पहले हफ्ते में सूर्य मध्य भारत के ऊपर आ जाता है। इस दौरान सूर्य और पृथ्‍वी के बीच की दूरी सबसे कम हो जाती है। सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती हैं और प्रचंड गर्मी पड़ती है। इन दिनों में लोगों को सेहत के प्रति सचेत रहने की सलाह दी जाती है।

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