अजमेर। अजमेर में पांच दिनों से पारा 43 से 44 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। वही अब पारा 23 और 24 तारीख तक 46 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचने की सम्भावना है। वही अग्निशमन विभाग ने सड़कों पर पानी के छिड़काव की तैयारिया शुरू कर दी है। राजस्थान में गर्मी ने प्रचंड रूप धारण कर लिया है। आगामी पांच दिन हीटवेव का असर और तेज रहेगा। दिन के तापमान में भी दो डिग्री तक और बढ़ोतरी होगी। मौसम केन्द्र जयपुर ने पांच दिन प्रदेश में ऑरेज और रेड अलर्ट जारी किया है। लेकिन, क्या आपको पता है कि इस बार पिछले साल के मुकाबले भीषण गर्मी क्यों पड़ रही है?
दरसअल, जनवरी से लेकर मई के पहले सप्ताह तक लगातार कुछ दिनों के अंतराल पर आ रहे पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टर्बेंस) वर्तमान में ऊपर की ओर उत्तरी दिशा में सरक गए हैं, जो अफगानिस्तान और चीन के ऊपर से होकर गुजर रहे हैं। उत्तरी भारत में ये विक्षोभ ही बादल, बरसात और आंधी लेकर आते हैं।
पश्चिमी राजस्थान में बीते 6 दिन से एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन (उलटी दिशा में घूमती हवा) बना हुआ है, जो भयंकर गर्मी का सबसे बड़ा कारण है। इसको हटाने के लिए विक्षोभ चाहिए लेकिन मानसून सामने (हिंद महासागर) होने से विक्षोभ के नीचे आने की अब कोई उम्मीद नहीं है।