अजमेर। छतरी योजना में संबोधित करते हुए। आचार्य सुनील सागर महाराज ने जिओ और जीने दो के सिद्धांत को समझाया। उन्होंने कहा कि जहां प्रत्येक जीवन सम्मान है और जहां प्रत्येक आत्मा का बहुमान है। और जहां लोग जीव जंतुओं को भी सताना पाप समझते हैं। वह हम सब भारतीय सौभाग्यशाली है। उन्होंने जीवन को एक सरल और एक पवित्र अंतरात्मा के अंतर्गत जीने की मूलभूत बातों को समझाया।