अजमेर। राजस्थान में 19 अप्रैल को हुए। मतदान में करीब साढ़े छे फीसदी मतदान प्रतिशत की बड़ी गिरावट को लेकर दोनों बड़े दलों भाजपा और कांग्रेस के साथ ही कई राजनीतिक विशेषज्ञ ने भी चिंतन मंथन शुरू कर दिया है। इनका मानना है। की यह गिरावट चुनावी नतीजो को जरूर प्रभावित करेगी। हालांकि दोनों दोनों बड़े दालों के नेता इस गिरावट को अपने-अपनी पक्ष में मान रहे हैं। मतदान प्रतिशत कि यह कमी भाजपा और कांग्रेस के मतों के अंतराल को लंबा करेगी। पहले चरण में ही मोदी लहर की हवा निकल गई। इसी वजह से जिन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के विधायक हैं। उनमें मतदान प्रतिशत में काफी कमी आई है। हालांकि इसका खुलासा तो मतगणना के दिन 4 जून को ही हो पाएगा।