अजमेर। सनातन धर्म में नवरात्रि को बहुत ही शुभ और पवित्र माना जाता है. मान्यता के अनुसार, साल भर में 4 नवरात्रि मनाई जाती है, जिनमें 2 गुप्त और 2 प्रत्यक्ष नवरात्रि होती हैं. इनमें से एक चैत्र नवरात्रि होती है, जो चैत्र महीने में पड़ती है. इसी नवरात्रि से हिंदू नववर्ष भी शुरू होता है. इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल से होगी।
चैत्र नवरात्रि में मां जगत जननी के नौ अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है. मान्यता है कि मां की विधि पूर्वक पूजन, हवन करने से व्यक्ति के जीवन में समस्याएं दूर हो जाती हैं. दुखों से मुक्ति मिलती है. साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है, इसलिए चैत्र नवरात्रि में अपने घर घट स्थापित कर पवित्र मन से मां आदिशक्ति का पूजन अवश्य करें। नवरात्र के साथ नवसंवत्सर की भी शुरुआत हो जाएगी। इसी के साथ महाराष्ट्र समाज के लोग गुड़ी पड़वा मनाएंगे। सिंधी समाज चेटीचंड मनाएगा। नव संवत्सर को हिंदू नववर्ष की शुरुआत माना जाता है। इस दिन नीम की नई कोंपलों के साथ काली मिर्च व मिश्री का प्रसाद का भोग लगाकर खाया जाता है। इसी तरह, रामनवमी 17 अप्रेल को मनाएंगे।