अजमेर। आना सागर झील के सौंदर्य करण के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपए खर्च किए गए। लेकिन स्थिति जस की तस है। झील के चारों ओर पाथवे और चौपाटी बनाई गई है। और पेड़ पौधे लगाकर हरियाली विकसित की गई। ताकि पर्यटको को आकर्षित किया जा सके। लेकिन आना सागर झील में जलकुंभी की समस्या से निजात नहीं मिल रही है। आनासागर और बड़ी नदी इस जलकुंभी से अटी पड़ी है। हर बड़े-बड़े पत्तों का यह जाल अब ज्यादा फैल रहा है। किनारो पर दूर-दूर तक जलकुंभी की परत की देखी जा सकती है। नगर निगम जलकुंभी निकालने का प्रयास कर रही है लेकिन इसका जल दिनों दिन तिगुनी गति से बढ़ता जा रहा है। जिस कारण आना सागर झील में रहने वाली मछलियों को खाना भी नहीं मिल पा रहा है। और ऑक्सीजन की कमी भी आना सागर झील में होती जा रही है। जिसके कारण मछलियों को सांस लेने में दिक्कतें भी आ रही है।