अजमेर। ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812वे उर्स का झंडा तोप के गोलों की सलामी और बैंड वादन के बीच सोमवार शाम दरगाह के बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही उर्स की अनौपचारिक शुरुआत हो जाएगी। अस्त्र की नमाज के बाद गाजे बजे के साथ झंडे का जुलूस दरगाह कमेटी के गेस्ट हाउस से शुरू होगा। जुलूस के दौरान बड़े पीर साहब की पहाड़ी से तोप के गोले दागे जाएंगे। यह जुलूस लंगर खाना गली, नला बाजार, दरगाह के निजाम गेट से होते हुए रोशनी के वक्त में पूर्व बुलंद दरवाजे पर पहुंचेगा। परंपरा के अनुसार दरवाजा 12 को सुबह 4:30 बजे खुलेगा इस दिन तड़के 4:30 बजे दरगाह में जन्नती दरवाजा जियारत के लिए खोला जाएगा यदि शाम को रजब महीने का चांद नजर आया तो यह दरवाजा 18 जनवरी तक लगातार खुला रहेगा और अन्यथा रात को बंद कर दिया जाएगा। और 13 को फिर खुदा जाएगा।