अजमेर, 06 दिसम्बर। अखिल भारतीय कोली समाज इकाई, अजमेर द्वारा आज शनिवार को भारत रत्न, संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि 6 दिसम्बर पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर संगठन के पदाधिकारियों, सदस्यों तथा समाज बंधुओं ने केन्द्रीय बस स्टैंड स्थित अम्बेडकर सर्किल पर एकत्रित होकर बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि दी। समाजप्रतिनिधियों ने कहा कि बाबा साहेब के विचार, सामाजिकसमरसता, शिक्षा, समानता और न्याय के प्रति उनके योगदान को सदैव स्मरण किया जाएगा। कार्यक्रम स्थल पर “बाबा साहेब अमर रहें” तथा “जबतक सूरज चाँद रहेगा, बाबा तेरा नाम रहेगा” जैसे नारों के साथ वातावरण श्रद्धा और सम्मान से गुंजायमान रहा।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय कोली समाज ईकाई अजमेर के जिलाध्यक्ष श्री विक्रम सिंह कालोत ने बताया कि 6 दिसंबर को देश संविधान शिल्पी,भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि के रूप में महापरिनिर्वाण दिवस मना रहा है। उनके विचार आज भी उतने ही धारदार हैं जितने स्वतंत्रता के दौर में थे। ‘‘शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो,’’ यह केवल उनका नारा नहीं, भविष्य की दिशा है। डाॅ. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का निर्माता कहा जाता है। उन्होंने पूरा जीवन दलितों, शोषितों और पिछड़ों को उनका अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया। दलितों के मसीहा अंबेडकर महान चिंतक, समाज सुधारक, न्यायविद व अर्थशास्त्री भी थे।
कार्यकारी अध्यक्ष श्री देवी सिंह ने बताया कि भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर केवल एक व्यक्तित्व नहीं, बल्कि उस क्रांति का नाम हैं जिसने भारत की सामाजिक संरचना को भीतर से झकझोरा। उन्होंने उस अंधेरे युग में जन्म लिया, जब अस्पृश्यता अपवित्र मानी जाती थी। लेकिन डाॅ. आंबेडकर ने हार नहीं मानी। ज्ञान को हथियार बनाया, शिक्षा को ढाल, और संघर्ष को अपना धर्म बनाया। वे अर्थशास्त्री, कानून, राजनीति, मानवाधिकार हर क्षेत्र के माहिर योद्धा थे।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष विनोद बागोरिया, महामंत्री आकाश राजा, कोषाध्यक्ष सुरेश खोरवाल, संगठन मंत्री घनश्याम, उमराव सिंह, निरंजन सिंह, सोहन लाल, राजेंद्र कुमार, तेजपाल बेरवाल, बी.एस.ज्योतियाना सहित समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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