अजमेर, 3 दिसम्बर। हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट और श्री राम चंद्र मिशन रविवार 21 दिसंबर को रात्रि 8 बजे विश्व ध्यान दिवस मना रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2024 में 21 दिसंबर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में आधिकारिक रूप से घोषित किया था। इस ऐतिहासिक पहल के लिए भारत को वैश्विक भागीदार के रूप में नामित किया गया था। 21 दिसंबर को इसलिए चुना गया क्योंकि यह संक्रांति का प्रतीक है दुनिया भर में प्राकृतिक परिवर्तन और नवीकरण का दिन माना गया है। ये अंधेरे से प्रकाश की ओर बदलाव का प्रतीक है। इस अवसर पर विश्व भर से 10 लाख से अधिक लोग 20 मिनट के लिए हार्टफुलनेस के वैश्विक मार्गदर्शक, पूज्य श्री कमलेश डी. पटेल दाजी के नेतृत्व में एक एकीकृत ऑनलाइन ध्यान सत्र में एक साथ जुड़ेंगे।
किशनगढ़ केन्द्र प्रभारी एवं हार्टफुलनेस प्रशिक्षक श्रीमती वंदना डाबी (9414313909) ने बताया कि दाजी द्वारा निर्देशित हृदय-आधारित ध्यान के माध्यम से स्वयं के भीतर उतरने का प्रयास करेंगे। जब सभी हृदय एक समान इरादे के साथ एक साथ आते हैं, तो कुछ गहन उभर कर सामने आता है। यह कार्यक्रम पूरे विश्व में शांति और सकारात्मकता की शक्तिशाली लहर पैदा करने का एक ऐतिहासिक अवसर है। इस सामूहिक ध्यान सत्र में जुड़ने के लिए ऑनलाइन पंजीयन किए जा रहे हैं, जो पूरी तरह से निःशुल्क है। सभी प्रतिभागियों को पूज्य दाजी द्वारा हस्ताक्षरित एक डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त होगा।
![]()