अजमेर, 26 नवम्बर। जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन रीट सभागार में आयोजन किया गया।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में निर्देश दिए कि जिले में मौसमी बीमारियों के नियंत्रण के लिए चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, बीसीएमओ तथा पीएमओ स्थानीय निकाय, पीएचईडी तथा प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित रखते हुए अपने क्षेत्रों में निगरानी रखते हुए समन्वय के साथ कार्य करे। इसके साथ ही ओपीडी में किसी प्रकार की आउट ब्रेक से पहले मूल्यांकन कर कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। एनीमिया के तहत बीसीएमओ, सीबीओ के साथ दवा की उपलब्धता तथा डाटा फीडिंग की मूल्यांकन किया जाना सुनिश्चित करें। आगामी माहों में कुपोषण निवारण हेतु महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ संयुक्त अभियान चला कर कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला निष्पादन समिति की बैठक में डाटा लेकर उपस्थित होवें। दिव्यांग प्रमाण पत्र के लिए निर्देशित किया गया कि पेंडिंग सूची अनुसार फील्ड में आशा एवं प्रसाविका के माध्यम से सूचित करवायें तथा कैम्प प्लान अनुसार कमेटी के समक्ष प्रस्तुत होने हेतु सूचना प्रेषित करवायें।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के संयुक्त निदेशक डॉ. सम्पत सिंह जोधा द्वारा जिले के समस्त चिकित्सकों को मेडिलीपार पर ऑनलाईन प्राप्त तहरीर पर ही कार्यवाही के निर्देश प्रदान किए गए। साथ ही जिले में संचालित ट्रामा सेन्टर जो कि चिकित्सालय से दूर बनवाये गए है उनकी कियाशीलता पर राज्य स्तर से प्राप्त दिशा निर्देश से अवगत करवाया गया।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्योत्स्ना रंगा द्वारा जिले के समस्त बीसीएमओ तथा चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे निर्माण कार्यों का मौका मुवायना किया जाना सुनिश्चित करावें। एनक्यूआस के तहत समस्त बीसीएमओ अपने चिकित्सा संस्थानों को तैयार कर सक्षम पोर्टल पर डाटा अपलोड किया जाना सुनिश्चित करावें। इलेक्ट्रिक ऑडिट के संबंध में निर्देशित किया गया कि वे चिकित्सा संस्थान में बिजली रिपेयरिंग का कार्य देख रहे कम्पनी से ऑडिट करवाना सुनिश्चित करावें। सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी तथा बीसीएमओ क्षेत्र में पीएमजेएवाई कार्ड का वितरण किया जाना सुनिश्चित करावें। सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे आईपीएचएस निरीक्षण, ओडीके मॉनिटरिंग तथा आईएपी के निरीक्षण समय पर पूर्ण करे। पैलेटिव केयर के तहत क्षेत्र में मरीजों की सूची बनाकर एक सप्ताह में प्रेषित किया जाना सुनिश्चित करावें।
परिवार कल्याण अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामलाल चौधरी द्वारा इस कार्यक्रम के साथ-साथ एनक्यूआस के तहत चिकित्सा संस्थानों को तैयार करने हेतु प्रत्येक ब्लॉक पर सीएचओ तथा ब्लॉक पर कार्य देख रहे कार्मिक के प्रशिक्षण में भिजवाने के लिए पाबन्द किया गया। परिवार कल्याण के क्षेत्र में पीपीआईयूसीडी, एनएसवी, एलएस तथा अन्य स्पेसिंग सामग्री की सुलभ उपलब्धता पर जोर दिया गया।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सिंदे स्वाती द्वारा आरसीएच तथा टीकाकरण की प्रगति से अवगत करवाया गया तथा पूर्ण टीकाकरण पर जोर दिया गया। जिसमें एंटीजेंट अनुसार लाभार्थियों को सुविधा प्रदान करने पर जोर दिया गया। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश गुप्ता राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत क्षय रोग निवारण एवं निदान हेतु डिफेंसिएल टीबी, टीपीटी तथा टीबी मुक्त ग्राम पंचायत पर जोर दिया गया तथा इन्हें निर्धारित समय पर पूर्ण करने के निर्देश प्रदान किए गए। उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामस्वरूप किराड़िया द्वारा जेरियाटिक केयर तथा पैलिएटिव केयर पर जोर दिया गया। वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. विनोद गोयल तथा जेरियाटिक केयर पर सभा में उपस्थित सभी अधिकारियों का आमुखीकरण किया गया।
इस बैठक में जिले के समस्त पीएमओ, बीसीएमओ, बीपीएम तथा चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों शहरी, ग्रामीण विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों एवं जिला स्तर से विभिन्न कार्यक्रमों के अधिकारी एवं समन्वयकों ने भाग लिया।
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