अजमेर, 22 नवंबर। पंचशील नगर स्थित सतगुरु इंटरनेशनल स्कूल में शनिवार को वार्षिक दिवस समारोह अत्यंत उत्साह और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर का विद्यालय परिवार ने गर्मजोशी और आत्मीयता के साथ स्वागत किया। इस वर्ष समारोह की थीम बुक्स कम अलाइव रही। इसके माध्यम से विद्यार्थियों ने पुस्तकों की दुनिया, ज्ञान की शक्ति और साहित्यिक पात्रों की जीवंतता को आकर्षक मंचीय प्रस्तुतियों द्वारा साकार किया।
शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर ने कहा कि विद्यार्थी जीवन में अनुशासन की नींव विद्यालय में ही पड़ती है और इसी अनुशासन की बदौलत व्यक्ति जीवन की ऊंचाइयों को प्राप्त करता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं रहे। उसमें मानवीय मूल्यों का समावेश अत्यंत आवश्यक है। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर अधिकारी बन जाना एक उपलब्धि है। इसके साथ एक संवेदनशील, मूल्यवान और जिम्मेदार नागरिक बनना उससे कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इतिहास में ऐसे प्रसंग अनेक हैं, जब उच्च शिक्षित और मेडल प्राप्त लोग देशहित में पीछे हट गए। वहीं कम पढ़े-लिखे किंतु संस्कारित और मूल्यवान व्यक्तियों ने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
श्री दिलावर ने कहा कि आज समाज में आर्थिक रूप से संपन्न परिवारों के माता-पिता वृद्धाश्रमों में मिल जाना चिंता का विषय है। माता-पिता बच्चों को संसाधन उपलब्ध कराने के लिए मेहनत तो करते हैं। इसके उपरांत यदि समय और संस्कार देने में कमी रह जाए, तो उसका संपूर्ण प्रभाव बच्चे के व्यक्तित्व पर पड़ता है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों के साथ संवाद बढ़ाएँ, उनके विद्यालयीन अनुभव जानें और निरंतर उनमें संस्कार विकसित करने का प्रयास करें।
शिक्षा मंत्री ने राज्य सरकार के विज़न का उल्लेख करते हुए कहा कि निजी एवं राजकीय विद्यालयों में समान गणवेश लागू करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। इससे विद्यार्थियों में हीन भावना समाप्त होगी और आर्थिक रूप से कमजोर अभिभावकों को भी राहत मिलेगी। उन्होंने सतगुरु इंटरनेशनल स्कूल की शैक्षणिक एवं सह-शैक्षणिक गतिविधियों की सराहना करते हुए कहा कि विद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय सुविधाएँ और उत्कृष्ट शिक्षा पद्धति उपलब्ध कराना प्रशंसनीय है।
समारोह में वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। इसमें वर्षभर की शैक्षणिक, सह-शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक उपलब्धियों का विस्तृत उल्लेख था। इसके पश्चात विद्यार्थियों को एकेडमिक अचीवर्स, स्कॉलर ऑफ द ईयर, स्पोर्ट्स अचीवर्स, ऑल राउंडर, शत प्रतिशत उपस्थिति और परफॉर्मिंग आर्ट अचीवर्स सहित विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया। शिक्षा मंत्री से पुरस्कार प्राप्त कर विद्यार्थी स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पाउलो कोएल्हो की प्रसिद्ध नोवेल द अल्केमिस्ट पर आधारित नाटक रहा। इसका मोहक मंचन दर्शकों को रोमांचित कर गया। इसके बाद विद्यार्थियों ने थीम आधारित अरेबियन, अफ्रीकन, स्पेनिश और इजिप्ट की संस्कृतियों की झलक प्रस्तुत करते हुए मनोहारी नृत्यनाटिका प्रस्तुत की ।
कार्यक्रम में देहात अध्यक्ष श्री जीतमल प्रजापत, शहर अध्यक्ष श्री रमेश सोनी, श्री अर्जुन नलिया, श्री गोपाल गुर्जर, मीडिया प्रभारी श्री प्रकाश रावत, विद्यालय निदेशक राजा डी. थारवानी, संयुक्त सचिव भूमिका थारवानी, मुख्य अकादमिक सलाहकार सरला नायडू, प्रधानाचार्य संजय दत्ता, प्रशासनिक प्रमुख ख्याति अरोड़ा सहित बड़ी संख्या में अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
![]()