अजमेर, 13 सितम्बर। विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि बोराज पाल टूटने एवं जलभराव से लोगों की परेशानी एक प्राकृतिक आपदा थी। तालाब की पाल में रिसाव की जानकारी मिलते ही हमने बचाव व राहत कार्य की तैयारी की। पाल टूटने के बाद जिला प्रशासन और हमारी टीम पूरी तरह पीड़ितों के साथ खड़ी रही। किसी तरह की जनहानि नहीं होने दी। जिन घरों में नुकसान हुआ है। उन्हें मेरी एक महीने की तनख्वाह और भत्ते, विवेकाधीन कोटा और भामाशाहों से प्राप्त राशि दी जा रही है। यह राशि सरकारी मुआवजा राशि के अतिरिक्त है। पहली बार किसी जनप्रतिनिधि की और से आपदा के इस गंभीर वक्त में 31 लाख रूपए की राशि एकमुश्त प्रभावितों को वितरित की गई। इसके अलावा भी कोई परिवार सहायता या सर्वे से वंचित रह गया है तो उसकी पूरी मदद की जाएगी। जहां लोग परेशान होंगे, वहां उनकी मदद व सेवा के लिए मैं खड़ा मिलूंगा।
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने शनिवार को स्वास्तिक नगर व आसपास के जलभराव पीड़ितों को 31 लाख रूपए सहायता राशि बांटी। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार ज्यादा नुकसान वाले घरों के परिवार को एक लाख, 40 हजार, 20 हजार एवं कम नुकसान वाले परिवारों को 5 व 3 हजार रूपए सहायता राशि नगद व चैक से वितरित की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अजमेर उत्तर क्षेत्र के लोगों को होने वाली किसी भी तरह की परेशानी मेरी परेशानी है। जहां भी लोग परेशान होंगे, उनकी सेवा और मदद के लिए मैं अवश्य खड़ा मिलूंगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बोराज पाल के कमजोर होने की जानकारी समय से मिल गई थी। जैसे ही पाल से रिसाव शुरू हुआ, हमने जिला प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को अलर्ट कर क्षेत्र में भेजा। पानी के ओवरफ्लो होते ही प्रशासन ने बहाव क्षेत्र में आने वाले घरों के परिवारों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। एक भी व्यक्ति की जनहानि नहीं हुई। रात में जब पाल टूटी तो प्रशासन पहले से ही अलर्ट था। किसी भी व्यक्ति या पशु की हानि नहीं होने दी गई। जिन घरों से लोगां को हटाया गया उनके रहने, खाने, दवा, दूध, पानी आदि के पर्याप्त इंतजाम किए गए। हमारे कार्यकर्ता पूरे राहत अभियान में जुटे रहें। मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने राहत अभियान के निर्देश दिए। उप मुख्यमंत्री दिया कमारी ने पीड़ित लोगों के बीच जाकर अभवा अभियोग सुने। मैं स्वयं क्षेत्र में गया। प्रशासन वहां मौजूद रहा। हम लगातार जनता के बीच बने रहे।
उन्होंने कहा कि भविष्य में ऎसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए जल्द ही बड़ा अभियान चलेगा। शहर में 12 छोटे तालाब व नाडियां है, उन सभी की पाल की मरम्मत होगी। शहर में पानी आवक के रास्तों पर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त अभियान चलेगा। अतिक्रमणकारी कितना भी शक्तिशाली व्यक्ति क्यों ना हो, छोड़ा नहीं जाएगा। शहर की जनता का हित सर्वोपरि हैं, बाकी सब बाद में। आमजन के हित से किसी तरह का समझौता नहीं होगा।
श्री देवनानी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि शहर स्वच्छ, सुन्दर व सुविकसित बने। जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में स्पीकर हैल्प डेस्क ऎसा ही प्रयास है। यहां जाने वाले प्रत्येक मरीज को अस्पताल में पूरा उपचार मिलता है। एक साल में 5 हजार लोगों ने इसका लाभ लिया। अस्पताल में ही मात्र एक रूपए में भरपेट भोजन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को आज सहायता राशि दी गई है, वह प्रशासनिक सर्वे के अनुसार दी गई है, वह प्रशासनिक सर्वे के अनुसार दी गई है। जिन लोगों को ज्यादा नुकसान है उन्हें सहायता में आगे लिया गया है और भी कोई वंचित रहा है तो उसे भी सहायता मिलेगी। यह निजी सहायता है, सरकारी मुआवजा राशि भी जल्द दिलवाई जाएगी।
इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी गरिमा नरूला, तहसीलदार ओम सिंह लखावत, अध्यक्ष श्री रमेश सोनी, मंडल अध्यक्ष दीपक शर्मा, राजेश शर्मा, सरपंच लाल सिंह रावत, महेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।
_*विधानसभा अध्यक्ष हमेशा हमारे सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े रहे*_
`‘‘विधानसभा अध्यक्ष श्री देवनानी जी का धन्यवाद जिन्होंने आपदा के इस समय में हमार ध्यान रखा। हमारे लिए सहायता की सोची और आर्थिक मदद की। सहायता छोटी और बड़ी नहीं होती’’-आशा शर्मा`
_*सहायता से वापस खड़े होने की मिली हिम्मत*_
`‘‘आपदा के इस वक्त में विधानसभा अध्यक्ष श्री देवनानी ने परिवार के संरक्षक की भूमिका निभाई। पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए और परिवार के बुजुर्ग के रूप में हम सबको संभाला जो कि इस आपदा में पूरी तरह टूट चूके थे। आपदा से निपटने में जिस हिम्मत की जरूरत थी वो श्री देवनानी ने उपलब्ध करवाई। अब हम वापस से खड़े होंगे।’’-मनोज कुमार शर्मा।`