अजमेर, 11 सितम्बर। महिला अधिकारिता द्वारा महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के मिशन शक्ति अभियान अन्तर्गत संकल्प – हब फॉर एंपावरमेट ऑफ वूमेन के विशेष जागरूकता अभियान के अन्तर्गत सहकार भवन के सभागार में पोक्सो एक्ट की कार्यशाला का आयोजन किया गया।
महिला अधिकारिता उप निदेशक श्रीमती मेघा रतन ने कहा कि समाज के बदलते परिवेश में इस बात की अवधारणा ओर अधिक बढ़ जाती है कि बालक हमारी मानवीय पूंजी है, इसे सुरक्षित एवं संरक्षित रखना हमारा सामाजिक दायित्व व नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं निदेशालय महिला अधिकारिता विभाग के निर्देशानुसार मिशन शक्ति योजना संकल्प हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमन के तहत 2 सितम्बर से दस दिवसीय विशेष जागरूकता अभियान जो कि 12 सितम्बर तक संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला स्तर पर पोक्सो एक्ट की कार्यशाला का यह आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम जिला स्तर पर ही नहीं अपितु विभाग के पर्यवेक्षक, महिला अधिकारिता के द्वारा भी ब्लॉंक स्तर पर आयोजित की जा रही है। इसमें ग्राम साथिन सहित स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण सहभागिता कर रहे है। उन्होने पोक्सो एक्ट के विषय में उपस्थित संभागीगणों को सम्बोधित करते हुये कहा कि कार्यशालाओ की महत्वता तब सार्थक होगी जब हम इसे फिल्ड एवं अपने कार्य क्षेत्र में जाकर कार्यान्वित करावें।
इससे पूर्व उन्होंने विशेष जागरूकता कार्यक्रम के विषय में विस्तार से अवगत करवाते हुये कहा कि यह कार्यक्रम 2 सितम्बर से संचालित है जो कि जिला एवं ब्लॉंक स्तर पर विभागीय अधिकारियों एवं कार्मिकों द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसमें महिलाओं एवं बालिकाओं व बच्चों उत्थान विषय पर गतिविधियां एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम का मुख्य ध्येय महिलाओं एवं बालिकाओं में स्वरोजगार की भावना को विकसित करने के लिए सरकार की कल्याणकारी योजनाओं यथा कौशल संवर्धन सहित अन्य है के विषय में जानकारी देना एवं उन स्थलों पर जाकर अवगत करवाना।
उन्होने कहा कि 10 सितम्बर को समस्त ब्लॉक में पर्यवेक्षकों द्वारा स्वास्थ्य एवं पोषण एनिमिया रोकथाम विषय की कार्यशालाओं का आयोजन किया गया तथा राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड मण्डल मुख्यालय अजमेर में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विभाग के अधिकारियों एवं कार्मिकों ने सहभागिता कर कार्यक्रम के उद्वेश्य के संबध में अवगत करवाया।
सहकारी समितियां के अतिरिक्त रजिस्ट्रार श्री हरिश सिवासिया ने कहा कि सहकार विभाग द्वारा भी महिलाओं के आत्मनिर्भर एवं स्वरोजगान्मुख भावना को विकसित करने के लिये येाजनाऐं संचालित कर रखी है। उन्होंने कहा कि उनका विभाग सदैव महिलाओं की कल्याणकारी योजनाओं को संचालित करने के कटिबद्व एवं प्रतिबद्व है। कॉलेज शिक्षा विभाग सहायक निदेशक श्रीमती सुनिता पचौरी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि समाज के प्रति हमें जिम्मेदारी का निवर्हन करते हुये बच्चों के प्रति संवेदनशीलता व सजगता रखने की आवश्यकता है। जिससे मानवता की एक मिसाल कायम हो सकेगी।
कार्यशाला को चाईल्ड हैल्प लाईन काउन्सर श्री प्रेम नारायण शर्मा व राजस्थान महिला कल्याण मण्डल कार्यकर्त्ता श्रीमती चित्र लेखा ने भी सम्बोधित किया एवं कार्यशाला के दौरान खुले सत्र में अपने अनुभव को साझा करते हुये विभाग की मानदेय सेवा आधारित ग्राम साथिन श्रीमती उमराव चौहान व श्रीमती मंजू राव ने भी विचार-व्यक्त किए।
इससे पूर्व महिला अधिकारिता उप निदेशक श्रीमती मेघा रतन व सहकारी समितियां अतिरिक्त रजिस्ट्रार श्री हरिश सिवासियां ने मां सरस्वती की पूजा कर दीप प्रवज्जलित किया। कार्यशाला का संचालन राजस्थान महिला कल्याण मण्डल उप निदेशक श्रीनानू लाल प्रजापत ने किया। इस कार्यक्रम में पन्नाधय सुरक्षा एवं सम्मान केन्द्र, जिला हब, महिला सुरक्षा सलाह केन्द्र के परामर्शदाता, पर्यवेक्षक, महिला अधिकारिता एवं ग्राम साथिनों वूमन एनजीओ ने सहभागिता की है।