अजमेर, 8 सितंबर। जिला कलक्टर श्री लोकबंधु की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विभागीय समन्वय बैठक आयोजित हुई। बैठक में जर्जर भवनों की मरम्मत , संपर्क पोर्टल पर जन समस्याओं के निस्तारण, ई-फाइल एवं ई-डाक पेंडेंसी, जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति तथा हरियालो राजस्थान अभियान सहित विभिन्न विषयों की समीक्षा की गई।
जिला कलक्टर श्री लोकबंधु ने समन्वय बैठक में विभिन्न विभागों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जर्जर विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, कार्यालय सहित अन्य भवनों का सर्वे अनुसार मरम्मत कार्य कराया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी जर्जर भवन में बच्चों एवं कार्मिकों को बैठने की अनुमति नहीं दी जाए तथा आवश्यकतानुसार वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने फसल खराबे की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए फसल खराबे के सर्वे कार्य को गंभीरता से करने के निर्देश दिए । वर्षा के दौरान एवं पश्चात पशुओं में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए पशुपालन विभाग को आवश्यक एहतियात बरतने और चिकित्सा सुविधाओं की पूर्व तैयारी करने के निर्देश दिए।
बैठक में विभागवार प्रस्तावों की समीक्षा करते हुए उन्होंने जिला अधिकारियों से ब्लॉक स्तरीय कार्यालयों का निरीक्षण कर जर्जर भवनों का उपयोग बंद करने और भवनों का शीघ्र मरम्मत कार्य पूरा करने को निर्देशित किया।
उन्होंने विद्युत विभाग को वर्षा से क्षतिग्रस्त खंभों, तारों एवं अन्य संसाधनों का सर्वे कर शीघ्र दुरुस्तीकरण करने और सार्वजनिक निर्माण विभाग को क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तत्काल शुरू करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने शहर चलो-गांव चलो अभियान के लिए विभागवार सौंपे गए दायित्वों के अनुरूप कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए । इसके लिए ब्लॉक स्तर पर बैठक आयोजित कर ग्राम स्तर पर पात्र वंचित रहे व्यक्तियों की पहचान करने ,प्री-कैंप सर्वे आयोजित कर व्यापक रूप से वंचितों का चिन्हीकरण करने के निर्देश दिए । इससे कोई भी पात्र व्यक्ति विभागीय योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रह सकेगा ।
जिला कलक्टर ने कहा कि जिला एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी प्राथमिकता से ई-फाइल का निष्पादन सुनिश्चित करें तथा कार्यालय के सभी कार्य ई-फाइल प्रणाली के माध्यम से ही संचालित किया जाए। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि ब्लॉक स्तर पर ई-फाइल प्रणाली की नियमित समीक्षा करें और किसी भी फाइल को बिना कार्यवाही लंबित नहीं रखा जाए।
संपर्क पोर्टल की समीक्षा के दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि अधिकारी अपने-अपने विभाग से संबंधित सभी पैरामीटर्स जैसे संतुष्टि प्रतिशत, औसत निस्तारण समय आदि की नियमित समीक्षा करें। उन्होंने निर्देश दिए कि 30 दिन से अधिक लंबित प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण हो उन्होंने संतुष्टि प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिए और जिला स्तरीय जनसुनवाई के प्रकरणों का शत-प्रतिशत निस्तारण करने के निर्देश भी दिए।
जिला कलक्टर ने जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा करते हुए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में शहरी क्षेत्रों में सत्यापन प्रक्रिया शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी पात्र लाभार्थियों का ई-केवाईसी और सत्यापन कार्य प्राथमिकता से पूर्ण कर उन्हें योजनाओं का लाभ समय पर उपलब्ध कराया जाए। विद्युत विभाग के अधिकारियों को कुसुम योजना के सभी घटकों में लक्ष्य के अनुरूप प्रगति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ।
उन्होंने कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को पॉलीहाउस, ड्रिप सिंचाई, फार्म पॉन्ड, तारबंदी आदि योजनाओं में लक्ष्य अनुसार प्रगति अर्जित कर लाभ वितरण सुनिश्चित करने को कहा । पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को जल संरचनाओं, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना, स्वच्छ भारत मिशन, अटल ज्ञान केंद्र एवं स्वामित्व योजना की प्रगति में तेजी लाने के निर्देश दिए । नगरीय निकाय एवं स्वायत्त शासन विभाग के अधिकारियों को शहरी स्वच्छता मिशन के अंतर्गत घर-घर कचरा संग्रहण शत-प्रतिशत करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने हरियालो राजस्थान अभियान के अंतर्गत शेष रहे लक्ष्य अनुसार पौधारोपण करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्रीमती वंदना खोरवाल , लोक सेवाओं की सहायक निदेशक श्रीमती विनीता स्वामी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।