अजमेर, 4 सितम्बर। सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में रक्षाबन्धन 9 अगस्त से अभियन्ता दिवस 15 सितंबर तक राजस्थान के 19 जिलों में सुरक्षित सड़क मार्ग (सुसमा) अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य चयनित शहरों में, शहरी सड़कों के 7 किलोमीटर के हिस्से को निर्धारित सुरक्षा मानदंडों के अनुसार आदर्श सुरक्षित सड़क मार्ग के रूप में विकसित करना है। इसके लिए राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), रोवर्स-रेंजर्स इकाइयों के चयनित छात्रों द्वारा निर्धारित मार्ग का सतत् निरीक्षण एवं मूल्यांकन पूर्व में किया गया है।
यह अभियान विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों की सक्रिय भागीदारी से चलाया जा रहा है। इसमें विशेष रूप से राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), रोवर्स-रेंजर्स इकाइयाँ और महिला समूह शामिल हैं। विभाग की चयनित मास्टर ट्रेनर महिला अभियन्ताओं द्वारा, राज्य के 33 जिलों में विद्यालय एवं महाविद्यालयों के दो लाख पचपन हजार से अधिक छात्रों को सड़क सुरक्षा के विभिन्न नियमों के बारे में प्रशिक्षित किया जा चुका है।
गुरूवार को अजमेर शहर में राजकीय कन्या महाविद्यालय में सुसमा अभियान के तहत् समारोह का आयोजन किया गया। प्रातः 8ः15 बजे मुख्य अभियन्ता गुण नियंत्रण श्री जसवन्त खत्री के नेतृत्व में विभाग के तकनीकी अधिकारी श्री देवाराम विश्नोई, अधीक्षण अभियन्ता गुण नियंत्रण श्री सुनील गहलोत एवं अधिशाषी अभियन्ता गुण नियंत्रण श्री वेदप्रकाश उपाध्याय द्वारा चयनित सड़क मार्ग का निर्धारित चैकलिस्ट के अनुसार मूल्यांकन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस), राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), रोवर्स-रेंजर्स इकाइयों के छात्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है एवं छात्राओं को ब्रांडेड हेलमेट वितरित किए गए।
कार्यक्रम में महिला अतिथि श्रीमती मीनू खत्री, सार्वजनिक निर्माण विभाग अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता श्री कोसलेन्द्र भारद्वाज, अधीक्षण अभियन्ता श्री अशोक खटिक, श्री राजेश मोदी, श्री अशोक तंवर, अधिशाषी अभियन्ता श्री राम सिंह मीणा, मास्टर ट्रेनर मोनिका सामरिया, जलप्रभा चौधरी, महाविद्यालय की प्राचार्य मंजू श्री गुप्ता उपस्थित रहे।