अजमेर, 30 जुलाई। जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। बैठक में जर्जर भवनों के सर्वे एवं विद्यालयों आंगनबाड़ी केंद्रों पर किए जा रहे सुरक्षात्मक उपायों की समीक्षा की गई।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने बैठक में जर्जर भवनों के लिए हुए सर्वे की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को मानसून को ध्यान में रखते हुए सर्वे में चिन्हित विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा जर्जर भवनों को लेकर निर्देशित किया कि जर्जर भवनों में बच्चों को नहीं बैठाया जाए। ऐसे कक्षों के उपयोग पर प्रतिबंध लगे तथा वैकल्पिक भवनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। मरम्मत के प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र भिजवाए जाएं। साथ ही विद्यालय परिसर मे जलभराव की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए जल निकासी की प्रभावी व्यवस्था की जाए।
उन्होंने कहा कि जिन विद्यालयों के पूरे भवन जर्जर है उन्हे तत्काल बंद करते हुए आवागमन प्रतिबन्धित करें। ऐसे विद्यालयों के संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। जिन विद्यालयों मे कुछ कक्ष या बरामदे जर्जर है ऐसे असुरक्षित कक्षों व संरचनाओं की बेरीकेटिंग की जाए। वैकल्पिक व्यवस्था के लिए निकटस्थ सरकारी भवन, सामुदायिक भवन का उपयोग किया जाए। आपदा प्रबंधन के तहत मरम्मत प्रस्ताव तैयार कर उपखंड अधिकारी स्तर पर गठित कमेटी के पास भिजवाने के निर्देश दिए गए। जर्जर भवनों के नियमानुसार भूमीदोज प्रस्ताव तैयार करवाकर उपखंड स्तर की कमेटी के माध्यम से परीक्षण करवाया जाए। इस प्रकार की संरचनाओं को भूमिदोज करवाने के निर्देश भी दिए गए। विद्यालय परिसर में जल भराव समस्या के निराकरण के लिए ग्राम पंचायत अथवा नगर निकास का सहयोग लिया जाए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़ एवं श्रीमती वंदना खोररवाल, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी श्री जगनारायण व्यास, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक श्रीमती ऊषा कच्छावा, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक श्री गोविन्द नारायण शर्मा, एडीपीसी समग्र शिक्षा श्रीमती लीलामणी गुप्ता, महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक श्री शैलेन्द्र मथुरिया उपस्थित रहे।