अजमेर, 27 जुलाई। पर्यावरण संरक्षण और जनभागीदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रविवार को पृथ्वीराज नगर वन माकड़वाली में वन मण्डल अजमेर के तत्वावधान में जिला स्तरीय वन महोत्सव 2025 का भव्य आयोजन किया गया। यहा सब की सहभागिता से 5 हजार से अधिक पौधे लगाएं गए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी रहे। अतिथियों द्वारा वन विभाग के पृथ्वीराज नगर में विकसित नगर वन का लोकार्पण भी किया गया। इस अवसर पर उन्होंने वन महोत्सव को केवल उत्सव नहीं बल्कि चेतना का पर्व बताया और कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा प्रकृति को ‘मां’ के समान मानकर शुरू किया गया अभियान एक पेड़ मां के नाम आज जन चेतना का रूप ले रहा है।
श्री देवनानी ने कहा कि हरियाली तीज के पावन अवसर पर हरियाळो राजस्थान अभियान के माध्यम से हमें हरे-भरे प्रदेश के निर्माण का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से जल स्तर में गिरावट और वायु प्रदूषण जैसी गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। इनका समाधान तभी संभव है जब प्रकृति को मां का दर्जा देकर उसके संरक्षण के लिए जन-आंदोलन खड़ा किया जाए।
उन्होंने कहा कि पेड़ लगाने के साथ उनके संरक्षण की जिम्मेदारी भी समाज को उठानी होगी। अजमेर की भौगोलिक स्थिति अरावली पर्वतमालाओं के मध्य होने के कारण इसे हरियाली के अनुकूल बताया और कहा कि नगर वन को आमजन की पहुंच में सुलभ बनाना चाहिए। उन्होंने आमजन से अपने जन्मदिन तथा सालगिरह सहित अन्य खास अवसरों पर पौधारोपण का संकल्प लेने की अपील की।
विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात से प्रेरणा लेकर प्रत्येक नागरिक को ईश्वर की सर्वाेत्तम रचना प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की स्थिति मानव के अतिवादी वैज्ञानिक प्रयोगों का परिणाम है। इसका असर जनजीवन पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। उन्होंने आने वाली पीढ़ियों के लिए हरियाली से भरपूर पृथ्वी छोड़ने के लिए पौधों के रोपण के साथ संरक्षण की व्यवस्थाओं को सदृढ़ करने की आवश्यकता बताई।
संभागीय आयुक्त श्री शक्ति सिंह राठौड़ ने कहा कि इस वर्ष प्रदेश में 10 करोड़ से अधिक वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने अधिकारियों को इस दिशा में दायित्व निर्धारण कर पौधों की दीर्घकालिक निगरानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा।
मुख्य वन संरक्षक श्रीमती ख्याति माथुर ने कहा कि राज्य में इस बार हरियाली तीज को सघन वृक्षारोपण महाअभियान के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक हरियाली का विस्तार वन विभाग के साथ पूरे समाज का उत्तरदायित्व है।
उपमहापौर श्री नीरज जैन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पिछले वर्ष घोषित 7 करोड़ वृक्षारोपण लक्ष्य को पार करते हुए 7.5 करोड़ पौधे लगाए गए थे। इस वर्ष भी 10 करोड़ पौधारोपण के लक्ष्य को पार करने की दिशा में पौधारोपण किया जाएगा। हरियाली तीज पर वन महोत्सव में प्रदेशभर में 2.5 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।
कार्यक्रम के दौरान चिकित्सा विभाग की ओर से निक्षय पोषण किट का वितरण भी किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ज्योत्सना रंगा द्वारा अपील की गई कि टीबी मरीजों को गोद लेकर उन्हें 6 माह तक पोषण सहायता दी जाए। जिला कलक्टर एवं प्रभारी सचिव ने 5-5 मरीजों को गोद लिया है।
उप वन संरक्षक श्री वीरेंद्र सिंह जोरा ने कहा कि नगर वन क्षेत्र में जिपलाइन, बच्चों के पार्क, आईटी सेंटर सहित विभिन्न विकास कार्य कराए जाना प्रस्तावित है। ड्रोन तकनीक द्वारा बीज छिड़काव का प्रयोग भी किया गया। इनमें सीताफल, करड़, कूमठाा, हरड़, बहेड़ा, खेर, बबूल, ईमली तथा आरण्ड प्रमुख है। जल संरक्षण की संरचनाएं और नगर वन की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
इस अवसर पर जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री ए. राठौड़, जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु, अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती नित्या के., जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राम प्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेंद्र सिंह राठौड़ सहित कई विभागीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अंगदान की ऑनलाइन शपथ भी दिलाई गईं।