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                अजमेर, 27 जुलाई। जिले की प्रभारी सचिव श्रीमती गायत्री ए. राठौड़ की अध्यक्षता में रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में अतिवृष्टि से निपटने की तैयारियों, जलभराव की रोकथाम, राहत उपायों तथा राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।

                प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि आगामी बारिश के दृष्टिगत सभी विभाग प्रोएक्टिव अप्रोच अपनाएं तथा संभावित आपदा प्रबंधन की रूपरेखा पहले से तैयार रखें। इससे आमजन को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अधिकारी जिम्मेदारीपूर्वक तत्परता से कार्य करे और जर्जर भवनों, खुले विद्युत तारों, फायर सेफ्टी, सड़क सुरक्षा तथा निचले इलाकों में जल निकासी की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करें।

                प्रभारी सचिव श्रीमती राठौड़ ने सभी विभागों को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को लेकर सतर्क किया तथा निर्देश दिए कि जर्जर भवनों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। आंगनबाड़ी केंद्रों एवं विद्यालयों की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्यों के लिए सर्वे रिपोर्ट के अनुसार वैकल्पिक स्थानों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि खुले एवं ढीले विद्युत तारों का तत्काल सुधार किया जाए। अस्पताल परिसरों में सेफ्टी उपकरणों की जांच कर अभियान रूप में लटकते हुए तारों, पेड़ों के निकट तारों एवं अन्य संभावित खतरों का सर्वे करवाया जाए। कांवड़ यात्रियों को रात्रि में सुरक्षा के लिए रिफ्लेक्टिव बेल्ट एवं जैकेट वितरित किए जाएं।

                उन्होंने नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षेत्र में संचालित होटलों का अग्नि सुरक्षा सर्वे करवाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि फायर सेफ्टी उपकरण नियमानुसार उपलब्ध हों। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण करने और पेयजल, राशन सामग्री एवं आवश्यक वस्तुओेंं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। चिकित्सा विभाग को मौसमी बीमारियों को लेकर सतर्क रहने तथा मेडिकल किट्स, चिकनगुनिया की दवाएं, एवं एम्बुलेंस की उपस्थिति दूरदराज के क्षेत्रों में सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

                प्रभारी सचिव ने विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि एनएफएसए परिवारों को समय पर राशन सामग्री का वितरण हो। कुसुम योजना के तीनों घटकों में लक्ष्य अनुरूप प्रगति सुनिश्चित की जाए। लाडो प्रोत्साहन योजना की राशि समय पर लाभार्थियों तक पहुंचे। कृषि विभाग को तारबंदी, फॉर्म पॉण्ड, शेडनेट, ग्रीन हाउस से जुड़े आवेदनों को शीघ्र स्वीकृति देने के निर्देश दिए। स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों में शौचालय निर्माण एवं जागरूकता सुनिश्चित की जाए। स्वामित्व योजना के अंतर्गत पट्टा वितरण में तेजी लाई जाए। मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान में मौखिक पठन प्रवाह पर नियमित कार्य किया जाए। अटल ज्ञान केंद्रों का निर्माण समयबद्ध रूप से किया जाए तथा दिव्यांगता प्रमाण पत्र सत्यापन कार्य में तत्परता लाई जाए।

                उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अधिकाधिक पौधों का वितरण कर उनका सर्वाइवल सर्वे एवं संरक्षण की प्रभावी व्यवस्था की जाए। हरियाळो राजस्थान अभियान को जन आंदोलन का रूप देने के लिए जन भागीदारी को प्रेरित किया जाए। सार्वजनिक निर्माण विभाग को प्रधानमंत्री सड़क योजना के कार्यों को समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत निर्मित भवनों का भौतिक सत्यापन भी सुनिश्चित किया जाए।

                बैठक में जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने बताया कि जुलाई माह में अजमेर में भारी वर्षा दर्ज की गई। वर्षा के अगले दिन ही हालात सामान्य हो गए। जलभराव के दौरान राहत कार्यों में तत्परता बरती गई। निचले क्षेत्रों में मडपंप की तैनाती की गई ताकि जलभराव की स्थिति से शीघ्र निजात दिलाई जा सके। जल भराव वाले क्षेत्रों को चिन्हित किया गया। इन क्षेत्रों में 7 नालों का कार्य पूर्ण हो गया है। इसके अतिरिक्त 17 नालों का कार्य प्रगतिरत है। भविष्य की आवश्यकता के अनुसार 400 करोड़ का मास्टर ड्रेनेज प्लान तैयार किया गया है। 

                प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि नगर निगम द्वारा वर्षा के मध्यवत शुष्क अंतराल में कचरे की नियमित सफाई करवाई जाए जिससे नालों की जल निकासी प्रभावित न हो। अभय कमांड सेंटर के कैमरों से संवेदनशील क्षेत्रों पर निगरानी रखी जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में जल प्रवाह को दिशा देने के लिए पूर्व में ही जल निकास कार्य कर लिए जाएं।

                प्रभारी सचिव ने निर्देश दिए कि अतीत में जलभराव वाले क्षेत्रों में पूर्व तैयारी के रूप में आवश्यक सुधारात्मक उपाय कर लिए जाएं। ग्राम पंचायत स्तर तक सभी विभाग जर्जर भवनों की सूचना समय पर भेजें और अतिक्रमण की निगरानी रखी जाए। पहाड़ी क्षेत्रों में अतिक्रमण दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ा सकता है तथा जल निकासी में भी बाधा उत्पन्न करता है। सभी अधिकारी सरकार की सकारात्मक योजनाओं को आमजन तक पहुँचाएं और कार्यों को तय समयसीमा में पूर्ण करें। विभागीय समन्वय के साथ टीम भावना से कार्य करते हुए जिले को फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति में राज्य के अग्रणी जिलों में शामिल करने के प्रयास करने के निर्देश दिए।

                इस अवसर पर अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती नित्या के., जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राम प्रकाश, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेंद्र सिंह राठौड़ एवं श्रीमती वंदना खोरवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हिमांशु जांगिड़, नगर निगम की उपायुक्त श्रीमती अनिता चौधरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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