अजमेर। राजस्थान सरकार के जल संसाधन मंत्री एवं पुष्कर विधायक श्री सुरेश सिंह रावत ने शनिवार को तीर्थराज पुष्कर शहर के विभिन्न जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्थानीय नागरिकों से संवाद कर उनकी समस्याओं को जाना और अधिकारियों को तत्काल आवश्यक व दीर्घकालिक समाधान हेतु निर्देश दिए।
मंत्री श्री रावत ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि – “तीर्थगुरु पुष्कर सरोवर व शहर की पवित्रता, सौंदर्य और जनसुविधा की दृष्टि से जलभराव की समस्या को किसी भी सूरत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। स्थायी समाधान के लिए एक व्यापक ड्रेनेज प्लान तत्काल तैयार किया जाए, जिससे वर्षा जल का समुचित निष्कासन हो सके और आमजन को राहत मिल सके।”
*_अधिकारियों को दिए स्पष्ट निर्देश_*
मंत्री श्री रावत ने एडीए, नगर परिषद, सार्वजनिक निर्माण विभाग, जलदाय विभाग व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को समन्वित रूप से कार्य करते हुए राज्य सरकार से बजट में पुष्कर शहर के सौंदर्य करण, ड्रेनेज सिस्टम, कोरिडोर आदि के लिए बजट की कराई गई व्यवस्था के तहत एक व्यावहारिक और तकनीकी दृष्टिकोण से मजबूत ड्रेनेज आदि परियोजना का खाका शीघ्र तैयार कर प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि – “ड्रेनेज सिस्टम को धार्मिक महत्व और ऐतिहासिक संरचनाओं को सुरक्षित रखते हुए तैयार किया जाए ताकि परंपरा, पर्यावरण और प्रगति के बीच संतुलन बना रहे।”
*_पुष्कर के सम्मान से कोई समझौता नहीं_*
श्री रावत ने कहा कि – “पुष्कर सिर्फ एक शहर नहीं, आस्था और संस्कृति का प्रतीक है। यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को असुविधा न हो, इसके लिए राज्य सरकार व मैं स्वयं प्रतिबद्ध हूँ।” उन्होंने आश्वस्त किया कि इस कार्य के लिए बजट की कोई कमी या रूकावट आडे नहीं आएगी। पुष्कर विकास के लिए यशस्वी मुख्यमंत्री स्वयं भी संकल्पित है।
*_जनता से संवाद, अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के निर्देश_*
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों से बात करते हुए मंत्री रावत ने कहा कि – “आपकी समस्याएं मेरी जिम्मेदारी हैं। कोई भी योजना कागजों तक सीमित नहीं रहेगी, ज़मीनी असर साफ दिखेगा।”
यह निरीक्षण न सिर्फ एक प्रशासनिक कदम था, बल्कि पुष्कर की गरिमा, धार्मिक पहचान और नागरिक सुविधा की रक्षा हेतु एक दृढ़ संकल्प का प्रमाण है।
जल संसाधन मंत्री श्री सुरेश सिंह रावत के इस सक्रिय प्रयास से पुष्कर के नागरिकों में आशा की नई किरण जगी है।
जय जय पुष्कर राज।।