अजमेर, 26 जुलाई। जिले में जर्जर भवनों तथा संरचनाओं से जन हानि रोकने के लिए कमेटी का गठन किया गया है।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने बताया कि राजकीय स्कूल, छात्रावास, कॉलेज, चिकित्सा भवनों एवं सड़कों के पुल तथा पुलियाओं की सुरक्षा समीक्षा के लिए विशेष स्थाई कमेटियों का गठन राज्य सरकार के निर्देशानुसार किया गया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य स्तर पर कमेटी गठित की गई है। कमेटी द्वारा सभी स्कूल, कॉलेज, छात्रावास, कार्यालय, राजकीय भवनों, सड़कों एवं पुलों का समयबद्ध सुरक्षा अंकेक्षण करवाने, जर्जर एवं असुरक्षित भवनों का चिह्नीकरण करने, जर्जर भवनों को ध्वस्त कराने, असुरक्षित भवनों की विशेष मरम्मत के लिए तकमीना तैयार करवाने एवं वित्त उपलब्ध कराने से संबंधित समीक्षा कर दिशा-निर्देश प्रसारित किए जाएंगे। यह कमेटी विशेष मरम्मत के लिए प्रत्येक वर्ष वित्तीय एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराने एवं प्रतिवर्ष माह जून से पूर्व सभी राजकीय भवनों की मरम्मत कर सुरक्षित करने इत्यादि कार्यों की समीक्षा करेगी। राजकीय भवनों की सुरक्षा एवं जनहानि रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों एवं निर्देशों की प्रतिमाह समीक्षा करेगी।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार जिला स्तर पर भी स्थाई कमेटी गठित की गई है। इसकी अध्यक्षता जिला कलक्टर द्वारा की जाएगी। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता, विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला कलक्टर द्वारा नामित अन्य आमंत्रित अधिकारी इसके सदस्य होंगे।
उन्होंने बताया कि यह कमेटी सभी विभागों से समन्वय करते हुए उपखण्ड स्तर पर आवश्कतानुसार कमेटी बनाकर असुरक्षित भवनों, क्षतिग्रस्त सड़क एवं असुरक्षित पुलों की सुरक्षा अंकेक्षण रिपोर्ट तैयार करेगी। वर्षाकाल में भवनों के क्षतिग्रस्त होने, बिजली करंट, बाढ में डूबने, क्षतिग्रस्त सड़कों, रपट, पुलियाओं एवं जलभराव इत्यादि के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समीक्षा कर आवश्यक निर्देश जारी कर तत्काल अनुपालना करवाएगी। जर्जर भवनों एवं संरचनाओं को असुरक्षित घोषित कर ध्वस्तीकरण करना सुनिश्चित करेगी। स्थाई कमेटियां प्रत्येक वर्ष 15 जून से पूर्व असुरक्षित भवनों एवं पुलों का चिह्नीकरण एवं मरम्मत कार्य पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करेंगी।