अजमेर, 21 जुलाई। जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने जिले में जल भराव की स्थिति का जायजा लेने के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जेएलएन मेडिकल कॉलेज, सूचना केन्द्र चौराहा, बजरंगगढ़ चौराहा, सागर विहार पाथ वे एवं पुष्कर की व्यवस्थाओं का विशेष रूप से अवलोकन किया गया। अजमेर शहर में जल भराव को कम करने के क्षेत्र में की गई व्यवस्थाओं की जानकारी नगर निगम आयुक्त श्री देशल दान द्वारा दी गई। जिला कलक्टर ने अधिकारियों को प्रोएक्टिव होकर कार्य करने के निर्देश दिए। मौसम विभाग के द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार अधिकारी क्षेत्र में तैनात रहेंगे।
जिला कलक्टर ने कहा कि आनासागर एस्केप चैनल पर दरवाजे खोलकर आनासागर का जल स्तर सुरक्षित लेवल तक लाया जा रहा है। इसमें कमी आते ही गेट बन्द कर दिए जाएंगे। इस प्रक्रिया से ऊपरी एवं निचले स्तर के जल भराव को संतुलित किया जा रहा है। एस्केप चैनल से निकलने वाले जल प्रवाह मार्ग के अतिरिक्त समस्त स्थानों से पानी उतर चुका है। गेट का गेज धीरे-धीरे कम करके सुरक्षित लेवल पर आने की स्थिति में गेट बन्द कर दिए जाएंगे। इससे अजमेर शहर में कहीं भी जलभराव की समस्या नहीं रहेगी। विभिन्न क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त पम्प लगाकर स्थिति सामान्य की जा रही है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रशासन द्वारा मेडिकल, पुलिस, नगर निगम, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, होमगार्ड, सिविल डिफेन्स सहित विभिन्न विभागों की टीमें लगातार कार्य कर रही है। गत 24 घण्टों से अधिक समय से वर्षा नहीं होने से सोमवार सायं तक शहर के समस्त क्षेत्रों से जल उतरने की सम्भावना है। इससे सागर विहार और आम का तालाब के अतिरिक्त समस्त क्षेत्रों में जन जीवन सामान्य हो जाएगा।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने पुष्कर सरोवर, नाला क्षेत्र तथा फीडर का स्थानीय अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। समस्त प्रशासनिक अधिकारियों को फील्ड में तैनात पाया। पुष्कर सरोवर की पवित्रता बनी रहनी चाहिए। जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए हर सम्भव कदम उठाए जा रहे हैं। इससे सामान्य जनजीवन बना रहे। जल स्त्रोतों के आसपास व्यक्तियों को जाने से रोकने की कार्यवाही करें।
उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग एवं अधिकारी क्षेत्र में सतर्कता एवं तत्परता बनाए रखें। आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। वर्तमान में सभी स्थानों पर स्थिति नियंत्रण में है। आगामी मौसम की जानकारी के अनुसार सतर्कता बनाए रखें। जनसेवा एवं सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़कर कार्य करें। आश्रय स्थलों की व्यवस्थाएं पुख्ता रखने के लिए भी निर्देश प्रदान किए गए है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में जलभराव के क्षेत्रों में सम्भावित जन हानि से बचने के लिए विद्युत आपूर्ति काटी गई थी। अब पानी उतरने के साथ अजमेर विद्युत वितरण निगम तथा टाटा पावर के तकनीकी अधिकारियों द्वारा सम्बन्धित गलियों का निरीक्षण किया जाएगा। इसके उपरान्त इन गलियों में विद्युत आपूर्ति बहाल की जाएगी।