अजमेर। इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष में पूरी दुनिया दो धड़ों में बंटती नजर आ रही है। हालांकि, पाकिस्तान की अपनी हालत काफी खराब है और चीन और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से मिले कर्ज से देश की अर्थव्यवस्था जैसे-तैसे चल रही है। ऐसे मुश्किल हालात में अपने देशवासियों की जरूरत पर ध्यान देने के बजाय युद्ध में कूदने का फैसला किया है। इजरायल के खिलाफ पूरी दुनिया के मुसलमानों से एकजुट होने का आह्वान किया है। इजरायल और ईरान के बीच जारी संघर्ष में पाकिस्तान ने भी अपनी भूमिका बढ़ाने की कोशिश शुरू कर दी है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने ईरान पर हुए हमले की निंदा करते हुए कहा कि गाजा में नरसंहार के खिलाफ मुस्लिम देशों को एकजुट होना होगा। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ईरान पर जिस तरीके से हमला किया गया है, वह सरासर गलत है। हम इस हमले की निंदा करते हैं और ईरान के साथ खड़े हैं। उन्होंने मुस्लिम ब्रदरहुड का पासा फेंकते हुए कहा कि इसके खिलाफ सबको (मुस्लिम बहुल देशों) एकजुट होना होगा। अगर इसे नहीं रोका गया, तो कल इजरायल किसी और पर भी हमला कर सकता है।