अजमेर। इजरायल द्वारा ईरान के प्रमुख सैन्य और परमाणु प्रतिष्ठानों पर लक्षित हमले शुरू करने के बाद मध्य पूर्व एक खतरनाक तनाव के कगार पर पहुंच गया है। इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने पुष्टि की है। कि उनके सैन्य अभियान का पहला चरण अब पूरा हो गया है। माना जा रहा है। कि इन हमलों में ईरान के सेना प्रमुख और कई शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। जिससे तेहरान की रक्षा और परमाणु कमान को गहरा झटका लगा है। ईरान ने इजरायली हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स चीफ हुसैन सलामी की मौत की पुष्टि की है। वहीं इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा कि आईडीएफ ने ईरान के लिए परमाणु बम बना रहे कुछ प्रमुख वैज्ञानिकों को भी निशाना बनाया है। वहीं, ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल फैसिलिटी को भी इजरायली हमले में काफी नुकसान पहुंचा है। ईरान के सरकारी मीडिया ने तेहरान के रिहायशी इलाकों में हुए हमलों में महिलाओं और बच्चों समेत आम नागरिकों की मौत की भी खबर दी है। ईरान ने पूरे देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है, क्योंकि केरमानशाह, लोरेस्तान और राजधानी तेहरान के कुछ हिस्सों सहित कई प्रांतों में विस्फोटों की सूचना मिली है। ईरानी सेना हाई अलर्ट पर है। ईरान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, परमाणु प्रतिष्ठानों और वैज्ञानिकों को इजरायल द्वारा टारगेट करने से स्थिति और अधिक भड़क गई है। जिससे व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष की आशंका बढ़ गई है। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने हमलों से वाशिंगटन को दूर रखा है। और स्पष्ट रूप से कहा है। कि ईरान के अंदर इजरायल की सैन्य कार्रवाई में अमेरिका शामिल नहीं था।