अजमेर। देशभर में आज ईद उल अजहा (बकरीद ) का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में भी ईद की खुशियों में शामिल होने देशभर से भारी संख्या में अकीदतमंद पहुंचे। गरीब नवाज के दरबार में साल में चार बार खुलने वाला जन्नती दरवाजा भी शनिवार अल सुबह जायरीन के लिए खोल दिया गया। खास बात ये है कि श्रद्धालुओं को जन्नती दरवाजा के साथ मक्का शरीफ के गिलाफ (चादर ) का दीदार हुआ। अजमेर दरगाह के गद्दीनशीन सैय्यद वहीद चिश्ती ने बताया कि अजमेर दरगाह में ईद उल अजहा (बकरीद ) मनाने देश भर से भारी संख्या में जायरीन आए। विशेष तौर पर दरगाह में जन्नती दरवाजा भी जायरीन के लिए खोला गया। शनिवार अलसुबह फजर की नमाज के बाद ही जन्नती दरवाज़ा आम श्रद्धालुओं के लिए खोला। जन्नती दरवाजे के 7 चक्कर यानी तवाफ यानी परिक्रमा कर आस्थावान खुद को जन्नती होने का सवाब (पुण्य) कमाते हैं।