अजमेर 30 मई। जल स्वावलम्बन पखवाड़े में विभिन्न गतिविधियां आयोजित करने के लिए जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने वीसी के माध्यम से निर्देश प्रदान किए। वे वीसी के माध्यम से आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने कहा कि आगामी मानसून में वर्षा जल के अधिक से अधिक संग्रहण तथा विद्यमान जल स्त्रोतों के रख-रखाव एवं स्वच्छता के लिए 5 जून से 20 जून तक जल स्वावलम्बन पखवाड़ा मनाया जाएगा। 5 जून को गंगा दशमी एवं विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में जल स्वावलम्बन पखवाड़े का शुभारम्भ होगा। गंगा दशमी पर प्रत्येक ग्राम एवं शहर में समस्त विभागों द्वारा जल स्त्रोतों, नदियों, जल धाराओं एवं तालाबों पर पूजन कर कलश यात्रा, जागरूकता अभियान, स्वच्छता अभियान एवं अन्य कार्यकम आयोजित होंगे। 6 जून निर्जला एकादशी पर विभिन्न विभागों द्वारा निर्मित एवं प्रस्तावित जल संग्रहण संरचनाओ का लोकार्पण एवं नई संरचनाओं का शुभारम्भ किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जल स्वावलम्बन पखवाड़े के अन्तर्गत मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान, जल शक्ति अभियान-जन सहभागिता जन-भागीदारी, हरियालो राजस्थान एवं कर्म भूमि से मातृ भूमि आदि अभियानों में जन भागीदारी पर विशेष बल देकर इन्हे जन आंदोलन की ओर अग्रसर करने का कार्य किया जाएगा। स्थानीय जनप्रतिनिधि, समस्त राजकीय कर्मचारी, आमजन एवं स्वयंसेवी संगठन की भागीदारी सुनिश्चित रहेगी। जिला स्तर पर जिला कलक्टर को, उपखण्ड स्तर पर उपखण्ड अधिकारी को तथा ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक आयोजित होने वाला गतिविधियों का दस्तावेजीकरण किया जाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि पखवाड़े के लिए विभिन्न विभागों की भूमिका निर्धारित की गई है। जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग के द्वारा निर्मित मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान प्रथम चरण के पूर्ण कार्यों (एनीकट, एमपीटी एवं अन्य) का लोकार्पण किया जाएगा। इसी प्रकार मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन द्वितीय चरण के लिए जारी कार्यों की वित्तीय स्वीकृति वाले वर्षा पूर्व पूर्ण होने वाले कार्यों का शिलान्यास एवं प्रारम्भ करने का कार्य होगा। मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान हरियालो राजस्थान तथा चारागाह एवं ओरण विकास के लिए अग्रिम गतिविधियां आयोजित होंगी।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा महात्मा गान्धी नरेगा अन्तर्गत अधिक से अधिक जलसंग्रहण एवं संरक्षण संरचनाओं नाडी, तालाब, अमृत सरोवर, परम्परागत जल स्रोत का जीर्णाेद्वार, मेडबंदी, चारागाह विकास, पंचायत पौधशाला, फलवाटिका तथा वृक्षारोपण के कार्य करवाए जाएंगे। किसी ग्राम में कोई गतिविधि स्वीकृत नहीं है तो नये कार्य स्वीकृत होंगे। प्रत्येक ग्राम पंचायत की गतिविधियों में राजीविका के ग्राम संगठन को भी जोड़ा जा सकता है। पंचायती राज विभाग द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से सोखता गड्डो एवं मैजिक पिट की स्वीकृती जारी कर निर्माण आरम्भ करवाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि वन एवं पर्यावरण विभाग द्वारा 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। हरियालो राजस्थान के अन्तर्गत पौधारोपण के लिए गड्ढे खोदना, कन्टूर एवं स्टैगडर्स, ट्रेन्चज जैसे अग्रिम मृदा कार्य करवाए जाएंगे। जल संसाधन विभाग द्वारा जल उपयोगिता संगठनों के माध्यम से बांधों एवं नहरों पर जन जागरूकता अभियान रैली आयोजित करवाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि कर्म भूमि से मातृ भूमि अभियान के अन्तर्गत अधिक से अधिक रिचार्ज तथा जल संरक्षण संरचनाओं का निर्माण भामाशाहों, प्रवासी राजस्थानियों के माध्यम से क्राउण्ड फण्डिंग द्वारा करवाने होंगे। पेय जल स्त्रोतों की सफाई मरम्मत होगी। जल बचत के लिए जन जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। स्वायत्त शासन विभाग द्वारा 5 जून को गंगा दशमी के अवसर पर जल संरचानाओ यथा तलाबों, झीलों, बावडियों पर स्वच्छता के लिए विशेष अभियान आयोजित होगा। पखवाड़े में 5 जून से 20 जून तक जल संग्रहण संरचनाओं से जलकुम्भी हटाने के कार्य किए जाएंगे। कृषको को फार्म पोन्ड, सूक्ष्म सिंचाई विधियां आदि की स्वीकृतियां जारी करने की कार्यवाही कर लाभान्वित किया जाएगा।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अभिषेक खन्ना, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़, ज्योति ककवानी, श्रीमती वंदना खोरवाल, अजमेर उपखंड अधिकारी श्रीमती पदमा देवी उपस्थित रहे। सभी उपखंड अधिकारी एवं तहसीलदार वीसी के माध्सम से जुड़े।