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            अजमेर, 9 मई। राज्य सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी की अनुपालना सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुक्रवार को जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में वीसी के माध्यम से बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न आवश्यक पहलुओं पर चर्चा की गई। 

            जिला कलक्टर ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि वे अत्यंत सतर्कता एवं सजगता के साथ कार्य करें तथा आमजन से नियमित संवाद बनाए रखें। इससे किसी भी प्रकार की अफवाहों से बचा जा सकेगा। हेट स्पीच, भड़काऊ भाषण एवं किसी भी प्रकार के सामाजिक वैमनस्य फैलाने वाले कृत्यों पर सख्त कार्रवाई की जाए। भीड़ एकत्र होने वाले आयोजन सक्षम स्तर से अनुमति के पश्चात ही होने चाहिए। रात्रिकाल में अत्यधिक ध्वनि उत्पन्न करने वाले पटाखों के उपयोग से बचा जाना चाहिए। डीजे के उपयोग पर प्रतिबंध रहेगा। 

            उन्होंने कहा कि सभी प्रशासनिक अधिकारी रात में क्षेत्र का भ्रमण कर आमजन से संवाद बनाए रखें। प्रतिष्ठान समय पर बंद करने के लिए प्रेरित करें। ग्रामीण क्षेत्रों में सूचनाएं सरपंचों व ग्राम स्तर के प्रतिनिधियों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाई जाएगी। ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाए जो जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से सतत संपर्क में रहें। इससे किसी भी सूचना का आदान प्रदान निर्बाध हो सकेगा। सीएलजी की बैठकें आयोजित करें। प्रत्येक क्षेत्र का सिविल डिफेन्स प्लान अपडेट रखें।

            उन्होंने कहा कि ब्लैकआउट की स्थिति के लिए आमजन को पहले से जागरूक किया जाए। पूर्व में किए गए मॉक ड्रिल एवं ब्लैक आउट के अनुभव का उपयोग लें। समाज के प्रतिनिधियों तथा प्रभावशाली नागरिकों के सहयोग से इसकी पालना कराई जाएगी। सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों की अवकाश स्वीकृतियां निरस्त कर दी गई हैं तथा उन्हें अपने कार्यस्थल पर सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए गए। अग्निशमन सेवाएं चौबीसों घण्टे अलर्ट मोड पर रहें। समस्त उपकरणों की मरम्मत अग्रिम करवाकर रखें। 

            उन्होंने पेयजल, बिजली, खाद्य सामग्री, जीवन रक्षक दवाओं तथा अन्य आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति निरंतर और निर्बाध रूप से जारी रखने के लिए निर्देश दिए। चिकित्सकों, नर्सिंग कर्मियों और एम्बुलेंस सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने और ब्लड बैंकों को सभी प्रकार के रक्त समूहों की उपलब्धता बनाए रखने के लिए निर्देशित किया। आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिकों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल के रूप में उपयोग किए जा सकने वाले भवनों की पहचान सुनिश्चित करें। साथ ही खाद्य सामग्री अथवा आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी एवं कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।

            पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा द्वारा निर्देशित किया गया कि पुलिस गश्त तथा निगरानी बढ़ाई जाए। क्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। संवेदनशील स्थानों और व्यक्तियों की निगरानी के लिए विशेष व्यवस्था की जाए तथा सभी सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की जांच की जाए। खराब कैमरे शीघ्र दुरुस्त करवाए जाए। विशेष स्थानों पर आवश्यकतानुसार नाकाबंदी निर्धारित मानदण्डों एवं उपकरणों के साथ करना सुनिश्चित करें। संवेदनशील स्थलों के प्रबंधकों के साथ सूचनाएं साझा करते रहें। अवैध हथियारों, नशीली दवाओं एवं हवाला कारोबारियों के विरूद्ध अभियान में तेजी लाने की आवश्यकता है। 

            उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर निगरानी रखते हुए देश की एकता, अखंडता या सामाजिक सौहार्द को प्रभावित करने वाली किसी भी पोस्ट पर त्वरित कार्रवाई की जाए। सोशल मीडिया की निगरानी के लिए थाना स्तर पर कम से कम दो व्यक्तियों को लगाना चाहिए। आमजन ऐसी शिकायतें जिला कंट्रोल रूम में दर्ज करवा सकते हैं। नागरिकों से समझाइश करे कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह में न आएं। भयभीत न हों और शांतिपूर्वक एवं सतर्कता से प्रशासन का सहयोग करें। संदिग्ध नम्बरों से आए टेलीफोन कॉल को अटेण्ड करने से बचना चाहिए।

            इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अभिषेक खन्ना, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड़, ज्योति ककवानी एवं श्रीमती वन्दना खोरवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री राजेश मीणा, श्री हिमान्शु सहित अधिकारी उपस्थित रहे। उपखण्ड स्तरीय अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े।

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