अजमेर। सुबह की पहली किरण के साथ ही आज दुनिया भर के निवेशकों के चेहरों पर चिंता की लकीरें गहरी हो गई हैं। शेयर बाजारों में अचानक आई भारी गिरावट ने एक बार फिर 1987 के उस काले सोमवार की याद ताजा कर दी, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था एक भयानक संकट में डूब गई थी। आज का दिन, जिसे “ब्लैक मंडे” का डर कहा जा रहा है, एशियाई देशों के शेयर मार्किट में भूचाल ला चुका है।