अजमेर। मसूदा विधानसभा क्षेत्र के बिजयनगर शहर के निकट भिनाय तहसील में होली के दिन से नावण तक कोड़ामार होली खेलने की सदियों पुरानी परंपरा है। यह कोड़ामार होली किसी युद्ध से कम नहीं है। क्योंकि इसमें दो गुट एक-दूसरे पर पूरी ताकत से कोड़े से प्रहार करते हैं। जिसे देख किसी की भी रुह कांप जाएगी। भिनाय की कोड़ामार होली को देखने के लिए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से हजारों की तादाद में लोग यहां आते हैं। एक गुट के लोग दूसरे गुट पर कोड़े बरसाते हैं। इस खेल में ताकत और साहस दोनों की जरूरत होती है। इससे पहले कोड़ामार होली में शामिल लोगों के अलग-अलग गुट तैयार किए जाते हैं। इसके बाद कोड़ामार होली में शामिल पुरुष सिर पर पगड़ी पहनते हैं। ताकि सिर पर कोड़े की मार ज्यादा घातक न हो. बताया जाता है कि सालों पहले कोड़ामार होली करीब 6 घंटे तक खेली जाती थी। हालांकि बाद में इस होली के समय को कम कर दिया गया. कुछ साल पहले तक 20 मिनट और अब 5 से 7 मिनट की ही कोड़ामार होली खेली जाती है। लेकिन ये 5 से 7 मिनट भी कोड़ामार होली को रोमांचक बना देता है।