अजमेर। आज बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में इस बार मसाने की होली का नजारा सबसे अद्भुत है। अघोरी और तांत्रिक के साथ नागा साधु सन्यासी भी इस बार महाश्मशान में जलती चिताओं के साथ होली खेलेंगे। इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। महाश्मशान हरिश्चंद्र घाट पर रंगभरी एकादशी के दिन इस अनोखे होली का नजारा घाटों पर दिखाई दिया।
महाश्मशान हरिश्चंद्र घाट पर चिता भस्म के होली का आयोजन करने वाले पवन कुमार चौधरी ने बताया कि इस बार 10 मार्च को सुबह 10 बजे अघोरपीठ बाबा कीनाराम से बारात उठाई गई। जो 12 बजे तक महाश्मशान हरिश्चंद्र पहुंची। उसके बाद नागा साधु और अघोरी चिता भस्म की होली खेल रहे हैं। इसके लिए 5 कुंतल भस्म भी मंगाया गया है।