अजमेर। विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी भावुक हो गए। और स्पीकर देवनानी सदन में रोने लगे। उन्होंने कहा कि आज के बाद कोई भी डायस पर चढ़ेगा तो स्वतः ही निलंबित माना जाएगा। ऐसा व्यक्ति सदन के सदस्य बने रहने योग्य नहीं है। भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में संसद और विधानसभायें काम करती हैं। जब से समझ आई है। मैं विधानसभा की कारवाई समाचार पत्रों में लगातार पढ़ता हूं। लेकिन तब से लेकर आज तक कभी भी ऐसी घटना नहीं घटी। कई बार धरने भी हुए लेकिन इस दौरान भी कभी ऐसी बात मैंने नहीं सुनी। साधारण सदस्य ने नहीं एक पार्टी प्रदेशाध्यक्ष ने सारी गरिमा और मर्यादा को तार-तार किया।