अजमेर। कुछ समय के लिए शादी और अन्य मांगलिक कार्यों पर ब्रेक लगने वाला है। दरअसल 7 मार्च से होलाष्टक शुरू होने वाला है। इसके चलते शादी और अन्य मांगलिक कार्य नहीं होंगे। यह होलाष्टक 13 मार्च को समाप्त होगा। इस दिन होलिका दहन भी होगा। मतलब बुराई की हार के दिन से फिर से शादी और मांगलिक कार्य शुरू होंगे। इसके बाद फिर 14 मार्च को मलमास शुरू होगा। इस दौरान भी शुभकार्य पर फिर से रोक लग जाएगी। इसके बाद फिर यह 13 अप्रैल को खत्म होगा और 14 अप्रैल के बाद ही विवाह और अन्य धार्मिक आयोजन हो सकेंगे। नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता हैधर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने लोकल 18 को बताया कि इस साल फरवरी से दिसंबर तक कुल 42 विवाह मुहूर्त हैं। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की अष्टमी से होलाष्टक शुरू होता है। यह फाल्गुन पूर्णिमा यानी होलिका दहन तक रहता है। इस दौरान शादी, मुंडन, नामकरण, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते। इस अवधि में सभी ग्रह उग्र अवस्था में होते हैं।
नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है
इसलिए शुभ कार्यों पर रोक रहती है। विवाह के शुभ मुहूर्त ये रहेंगेधर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने Local 18 को बताया कि फरवरी में विवाह के शुभ मुहूर्त 18, 20, 21, 25 फरवरी और 5, 6 मार्च तक ही हैं. 7 मार्च से होलाष्टक दोष और मीन मलमास शुरू हो जाएगा. इसके बाद विवाह मुहूर्त 14 अप्रैल से शुरू होंगे. अप्रैल में 14, 16, 18, 19, 20, 25, 29, 30