अजमेर। जब भी विवाह आदि की बात की जाती है तो शुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, देवउठनी एकादशी से शुभ विवाह का दौर शुरू होता है। सितंबर और अक्टूबर में शादी के लिए कोई उपयुक्त मुहूर्त नहीं है। अगला शुभ मुहूर्त नवंबर से शुरू हो रहा है। विवाह की शुभ अवधि 17 जुलाई 2024 को देवशयनी एकादशी के दिन समाप्त हो गई। हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु इस दिन से चार महीने के लिए योग निद्रा में प्रवेश करते हैं। जिस दिन से देवउठनी एकादशी होती है जब वो योग निद्रा से बाहर आते हैं उस दिन से ही दोबारा विवाह जैसे मंगल कार्यों की शुरुआत होती है। ऐसे में आइए जानते हैं विवाह के शुभ मुहूर्त। नवंबर में 12, 13, 16, 17, 18, 22, 23, 25, 26, 28, और 29 तारीख को शादी के शुभ मुहूर्त हैं।
दिसंबर में 4, 5, 9, 10, 14, और 15 तारीख को शादी के शुभ मुहूर्त हैं।
हिंदू धर्म में, शादी के लिए शुभ मुहूर्त का होना बहुत ज़रूरी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में शादी करने से सभी देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है. ज्योतिष में, ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर शादी के शुभ मुहूर्त तय किए जाते हैं।
चातुर्मास के दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किए जाते, जैसे कि शादी, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, नामकरण वगैरह. चातुर्मास, आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष एकादशी से शुरू होकर कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष एकादशी तक रहता है।