Sat. Oct 12th, 2024
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             अजमेर, 12 अक्टूबर। रबी की फसलों में बुवाई के समय डीएपी के स्थान पर यूरिया एवं सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरकों का उपयोग करना चाहिए। 

कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक श्री शंकर लाल मीणा ने बताया कि इस बार मानसून की अच्छी वर्षा के कारण जिले के बांधों, जलाशयों एवं फॉर्म पौंड में पानी की पर्याप्त उपल्ब्धता के फलस्वरुप रबी सीजन में फसलों का क्षेत्रफल बढ़ने की सम्भावना है। क्षेत्र में रबी फसलों की बुवाई के समय किसानों द्वारा फास्फेटिक उर्वरक के रूप में डीएपी के उपयोग का प्रचलन अधिक है। किसानों द्वारा फॉस्फेटिक उर्वरक के रूप में केवल डीएपी पर अधिक निर्भरता मांग एवं आपूर्ति का अनुपात बिगड़ जाता है। साथ ही भूमि में संतुलित पोषक तत्वों की भी आपूर्त्ति नहीं होती है।

             उन्होंने बताया कि भूमि में संतुलित उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जिले के किसानों को कृषि विभाग की तरफ से आवश्यक सलाह दी गई है। बुवाई के समय डीएपी के विकल्प के रूप में एक बैग डीएपी के स्थान पर 3 बैग सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) तथा एक बैग यूरिया का उपयोग करें । सिंगल सुपर फॉस्फेट में उपलब्ध फास्फोरस तत्व के अलावा अन्य आवश्यक पोषक तत्व यथा सल्फर, जिंक, बोरोन आदि पोषक तत्व भी उपलब्ध होते हैं। तीन बैग सिंगल सुपर फॉस्फेट एवं एक बैग यूरिया में उपलब्ध पोषक तत्वों की लागत डीएपी में उपलब्ध पोषक तत्वों की लागत से कम होती है।

 

 

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