अजमेर, 23 जुलाई। इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट रोहतक की एक रिसर्च टीम ने मंगलवार को अजमेर में उपभोक्ताओं से सम्बन्धित विषयों पर शोध कार्यक्रम के तहत उपभोक्ता आयोग का दौरा कर उपभोक्ताओं को न्याय देने की कार्य प्रणाली पर विस्तृत जानकारी ली।
न्यायालय जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के विजिट संपर्क अधिकारी श्री केसर सिंह राठौड़ ने बताया की उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय एवं राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के निर्देशों के अनुसार भारतीय प्रबंधन संस्थान रोहतक को किफायती, प्रभावी और त्वरित न्याय प्रदान करने और उन्हें उपभोक्ता अनुकूल बनाने की दिशा में पुर्नउन्मुखीकरण परियोजना सौंपी गई है। यह शोध टीम परियोजना के उद्देश्य को आगे बढ़ाने के लिए कई हितधारकों के साथ बातचीत कर डेटा संग्रह के लिए देश भर में राज्य एवं जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोगों का दौरा कर रही है। इसी के तहत मंगलवार को अजमेर जिला उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग का आईआईटी रोहतक टीम के एसोसिएट प्रोफेसर पीयूष पांडे, रिसर्च स्कॉलर सुश्री प्रियंका ठकराल, सुश्री तान्या सिंह ने अजमेर उपभोक्ता आयोग का दौरा कर उपभोक्ता एवं उपभोक्ता आयोग की कार्यप्रणाली, उपभोक्ता से जुड़े अधिवक्ता एवं सदस्यों के साथ बैठक कर कार्य प्रणाली जानी।
शोध दल ने उपभोक्ता आयोग की बेंच में सुनवाई, कंप्यूटरीकृत निर्णय टंकण, कॉन्फोनेट से कॉज लिस्ट तैयार करने, जिला आयोग अजमेर में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारियों की जानकारी एवं रिक्त पड़े पदों के बारे में जानकारी ली। आयोग के राजकीय भवन और बिल्डिंग के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में जानकारी ली। उपभोक्ताओं से जुड़े केस में भाग लेने वाले अधिवक्ताओं एवं उपभोक्ताओं से भी मिलकर रूबरू चर्चा की। आयोग में लंबित पत्रावलियों का भी अवलोकन किया। वाद दर्ज करने तथा निर्णय की प्रक्रिया को समझा।
इस मौके पर जिला उपभोक्ता आयोग के पीठासीन सदस्य श्री दिनेश चतुर्वेदी, जयश्री शर्मा, उपभोक्ता आयोग के रीडर श्री मनीष जैन, श्री रमेश भागवानी, श्री झब्बर सिंह, श्री राजेश कुमार, डीएमए श्री हितेश शर्मा, श्री डाल चंद एवं अधिवक्तागण श्री तेजभान भगतानी, श्री राजेंद्र सिंह, श्री संजय मंत्राी, श्री तरुण अग्रवाल, श्री अमित गांधी सहित अन्य अधिवक्ताओं ने उनका पुष्प गुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया।