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*तापघात से बचने के लिए बरतें सावधानी* 

               अजमेर, 27 मई। भीषण गर्मी में लू और तापघात से बचने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता हैं।

                 जिला कलक्टर डाॅ. भारती दीक्षित ने बताया कि गर्मी को देखते हुए आपदा प्रबन्धन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा एडवाईजरी जारी की गई है। इसके अनुसार पर्याप्त पानी पिएं। अपने आप को हाइट्रेटेड रखने के लिए ओआरएस (ओरल रिहाइटेªशन साॅल्यूसन), घर के बने पेय जैसे लस्सी, नीबूं का पानी, छाछ आदि का सेवन करे। हल्के रंग के ढीले सूती कपडे पहनें। यदि कहीं बाहर हंै तो अपना सिर ढके-कपडे, टोपी या छतरी का उपयोग करें। आंखों की सुरक्षा के लिए धूप के चश्मे का प्रयोग करे और त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन लगाए। 

                  उन्होंने बताया कि कार्य स्थल पर ठण्डे पेयजल का प्रबन्ध करंे। सभी श्रमिकों के लिए आराम के लिए छाया, साफ पानी, छाछ, आईस-पैक के साथ प्राथमिक चिकित्सा किट और ओआरएस (ओरल रिहाइट्रेशन साॅल्यूसन) का प्रबन्ध रख्ंांे। श्रमिकों को सीधी धूप से बचने के लिए कहें। श्रमसाध्य कार्यों को दिन के कम ताप वाले समय में ही करंे। बाहरी गतिविधियों के दौरान विश्राम करने की आवृत्ति और सीमा समय बढ़ाएं। 

                  उन्होंने बताया कि बन्द वाहन में बच्चों या पालतु जानवरों को कभी अकेला ना छोड़ंे। पंखे और नम कपडों का प्रयोग करें। ठण्डे पानी में स्नान करे। सार्वजनिक परिवहन और कार-पूलिंग का उपयोग करे। यह भूमण्डलिय ऊष्मीकरण और गर्मी को कम करने में मदद करेगा। पेड लगाएं। सूखी पत्तियों, कृषि अवशेषों और कचरे को न जलाऐं। जल स्त्रोतों का संरक्षण करें। वर्षा के जल को संचयित करंे। अगर आपको चक्कर आ रहे या आप अस्वस्थ महसूस कर रहे है तो तुरन्त डाॅक्टर के पास जाएं या किसी को तुरन्त डाॅक्टर के पास जाने के लिए कहें। 

                   उन्होंने बताया कि पशुओं को छाया में रखें और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त स्वच्छ और ठण्डा पानी दें। उनसे सुबह 11 बजे से सायं 4 बजे के बीच में काम न लंे। शेड की छत को पुआल से ढक दें। तापमान कम करने के लिए इसे सफेद रंग एवं चूने से रंग दे या गोबर से लीप दें। शेड में पंखे, वाटर स्प्रे और फाॅगर्स का प्रयोग करंे। अत्यधिक गर्मी के दौरान पानी का छिडकाव करें और मवेशियों को ठण्डा करने के लिए एक जल निकाय पर ले जाएं। उन्हंे हरी घास, प्रोटीन-वसा बाईपास पूरक, खनिज मिश्रण और नमक दें। कम गर्मी वाले घण्टों के दौरान उन्हे चरने दें। 

                    उन्होंने बताया कि धूप में बाहर जाने से बचें। खासकर दोपहर 12 और 3 बजे के बीच बाहर नहीं निकलें। नंगे पांव बाहर न जाएं। दिन के सबसे गर्म समय के दौरान खाना पकाने से बचें। खाना पकाने वाले हिस्से को हवादार बनाए रखने के लिए दरवाजे और खिडकियां खुली रखें। शराब, चाय, काॅफी और काॅर्बाेनेटेड शीतल पेय (कोल्ड ड्रिंक) से बचें। वे शरीर को निर्जलित (डिहाईडेªड) करते है। अधिक प्रोटीन वाले भोजन से बचें। बासी भोजन न करंे। पार्क किए गए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोडे, वे गर्म हवा से प्रभावित हो सकते हैं। 

                 उन्होंने बताया कि लू से प्रभावित व्यक्ति के तापमान को कम करने के लिए पीड़ित के सिर पर गीले कपड़े का उपयोग करंे एवं पानी डालें। व्यक्ति को ओआरएस एवं नींबू शरबत अथवा जो कुछ भी शरीर को पुनः सक्रिय करने के लिए उपयोगी हो, पीने के लिए दें। व्यक्ति को तुरन्त नजदीक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाएं। यदि लगातर उच्च तापमान बना रहता है और सिरदर्द, चक्कर आना कमजोरी, मतली या भटकाव आदि के लक्षण स्पष्ट महसूस हो तो ऐसी स्थिति में टाॅल फ्री नम्बर 108, 112 पर काॅल करे।

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