अजमेर, 28 फरवरी। मुख्यमंत्री द्वारा अनुमोदित 100 दिवसीय कार्य योजना के अंतर्गत जिला शांति एवं अहिंसा विभाग के द्वारा जिला स्तरीय अहिंसा एवं कौमी एकता सम्मेलन, गांधी स्मृति उद्यान हरिभाऊ उपाध्याय नगर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं जिला शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ अजमेर के पदेन सदस्य सचिव ललित गोयल ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
उपरोक्त सम्मेलन में विभिन्न वार्ताकरों ने शांति एवं अहिंसा से संबंधित अपने विचार रखें। प्रथम सत्र में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय अजमेर के आचार्य प्रोफेसर अरविंद पारीक ने अहिंसा पर विभिन्न धर्मो के विचारों का विस्तार से वर्णन किया। द्वितीय सत्र में सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अजमेर के प्रोफेसर आशुतोष पारीक ने कौमी एकता वर्तमान समय में प्रासंगिकता विषय पर अपने विचार रखें। तृतीय सत्र में सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय अजमेर के प्रोफेसर श्री गजेंद्र मोहन ने राष्ट्रीय एकता में युवाओं की भूमिका विषय पर अपने विचार रखें और बताया की युवा किस प्रकार राष्ट्रीय एकता को मजबूत कर सकते हैं। चतुर्थ सत्र में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भगवानपुर की प्रधानाचार्य लीलामणि गुप्ता ने केंद्र सरकार व राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी प्रदान की। पांचवें सत्र में ब्लॉक शिक्षा अधिकारी श्रीनगर डॉ. राकेश कटारा ने विभिन्न धर्मो के गीत विषय पर अपने विचार रखें और अत्यंत रोचक ढंग से संभागियो से गीतों की प्रस्तुति भी कार्रवाई।
छठे व अंतिम सत्र में राजकीय अंध विद्यालय आदर्श नगर के व्याख्याता श्री अशोक शर्मा ने अनेकता में एकता भारतीय संविधान का प्रतिमान विषय पर अपने विचार रखें।
कार्यक्रम में सर्व धर्म मैत्री संघ के अध्यक्ष प्रकाश जैन ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम के अंत में विजय सारण गुप्ता अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी शांति और अहिंसा निदेशालय जयपुर ने प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किए ।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. राकेश कटारा ने किया। कार्यक्रम में श्री अशोक जैन, कविता वर्मा, डॉ. हरीश बेरी, श्री अमरदीप वैष्णव ,कामधेनु,पंकज, देवेंद्र शर्मा का सराहनीय योगदान रहा।