अजमेर, 27 फरवरी। जेएनएन चिकित्सालय एवं राजकीय महिला चिकित्सालय की राजस्थान मेडिकेयर रीलीफ सोसायटी की बैठक सम्भागीय आयुक्त श्री महेश चन्द्र शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित हुई। इसमें जिला कलक्टर डाॅ. भारती दीक्षित एवं अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त नित्या के. ने विभिन्न प्रस्तावों पर अपने विचार रखे।
सम्भागीय आयुक्त श्री महेश चन्द शर्मा ने बताया कि राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक में पूर्व के अनुमोदित एजेण्डा बिन्दुओं पर प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही नए प्रस्तावों का अनुमोदन भी किया गया। जेएलएन चिकित्सालय की दीवारों तथा फर्श में तीन फीट तक रंग रोशन का कार्य किया जा रहा है। इसका सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा पर्यवेक्षक किया जाए। समस्त कार्य निर्धारित समयावधि में हो। गुणवर्तापूर्ण कार्य के लिए व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय रहेगी। चिकित्सालय में आधार आधारित आईरिस स्केन बायोमेट्रिक मशीन 10 लगाई जाएगी। चिकित्सालय की रसोई से वार्डो तक भोजन पहुंचाने के लिए किचन ट्रोली, बायोमेडिकल वेस्ट के लिए ट्रोलियां, डेड बोडी ट्रोली, स्टील सीढ़ियां तथा अन्य सामग्री क्रय की जाएगी।
उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में संविदा पर लेब टेक्नीशियन, ईसीजी टेक्नीशीयन, कम्प्यूटर आॅपरेटर, पेन्टर, सफाई कर्मचारी, इलेक्ट्रिशियन तथा लिफ्ट आॅपरेटर प्लेसमेण्ट एजेन्सी के माध्यम से रखे जाएंगे। केन्टीन भी स्थापित की जाएगी। रक्त कोष विभाग में रक्त एवं रक्त घटकों की स्टरलिटी बनाए रखने के लिए बैंचटाॅप ट्यूब सीलर तथा क्रायोबाथ का क्रय किया जाएगा। इसी प्रकार अस्थि रोग विभाग के लिए सामान्य उपकरण सेट, बाइपोलर केयूटरी मशीन, बैटरी आधारित केनुलेटेड मशीन की खरीद होगी। चिकित्सालय में समस्त टाॅयलट की मरम्मत के लिए 108 लाख की राशि उपलब्ध करवाई गई है। सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा समस्त टाॅयलेट की मरम्मत की जाएगी। इन टाॅयलेट की सफाई के लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) निर्धारित की जाएगी। इसके आधार पर मोनिटरिंग मेकेनिज्म विकसित किया जाएगा। प्रत्येक वार्ड के टाॅयलेट की हर 2 घण्टे में सफाई होगी। सफाई की जांच के लिए सुपरवाईजर क्यूआर कोड आधारित रिपोर्ट देंगे। टाॅयलेट की पाईप लाईन को बदला जाएगा। पानी की टंकी से टाॅयलेट और वहां से चेम्बर तक ही पाईप लाईन बदलने का प्रावधान है। टूटे हुए चेम्बर भी बदलने होंगे। चिकित्सालय में 20 अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड भी लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि इसी प्रकार राजकीय महिला चिकित्सालय के प्रस्तावों पर भी चर्चा की गई है। चिकित्सालय का वि़द्युत भार बढ़ाने के लिए डिमाण्ड राशि जमा करवाई जाएगी। चिकित्सालय में भी आधार आधारित आईरिश स्केनर लगाए जाएंगे। रक्त कोष के चिन्हित कक्ष के नवीनीकरण एवं परिशोधन का कार्य अजमेर विकास प्राधिकरण के माध्यय से होगा। औषध भण्डार के लिए हेवी ड्यूटी कस्टमाईज्ड एडजस्टेबल रैक्स स्थापित होंगे। चिकित्सालय के समस्त शौचालयों की मरम्मत सार्वजनिक निर्माण विभाग के माध्यम से 30 लाख की लागत से करवाई जाएगी। संविदा पर कम्प्यूटर आॅपरेटर एवं अतिरिक्त लिपिक लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर मेडिकल काॅलेज प्रधानाचार्य डाॅ. वी.बी. सिंह, अधीक्षक डाॅ. नीरज गुप्ता, डाॅ. कान्ति यादव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. एस.एस. जोधा, डाॅ. एस.के. भास्कर, डाॅ. अनिल जैन, डाॅ. शालीनी मीणा, डाॅ. दीपाली जैन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ज्योत्सना रंगा सहित सदस्य उपस्थित थे।