अजमेर। सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 812वे उर्स में रविवार को बड़े कुल की रस्म में अकीदतमंद का सैलाब उमड़ा। कुल के छींटे देने और दरगाह की धुलाई के लिए जायरीनों में होड़ मची रही। परंपरा अनुसार बुलंद दरवाजे पर चढ़ाया गया। उर्स झंडा भी उतार दिया गया। कुल की रस्म के दौरान मजार शरीफ पर खादिमों के द्वारा गुलाब जल और केवड़े सिंह गुस्ल दिया। इत्र ,चंदन पेश किए। जायरीन ने दरगाह के विभिन्न स्थानों की धुलाई भी की। रस्म के दौरान कुल के छीटों में जायरीन नहाते हुए भी नजर आए। बड़े कुल की रस्म के साथ ही ख्वाजा साहब का उर्स विधिवत रूप से संबंध हो गया।