अजमेर। ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 812वे उर्स में कुल की रसम अदा की गई। तथा तोप के गोलों की सलामी और शहनाइयों के बीच अदा की गई। फातिहा के बाद मुल्क व सूबे में अमन व खुशहाली की दुआ की गई। कुल की रस्म के साथ ही जायरिन के लौटने का सिलसिला भी शुरू हो गया। तथा शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा की गई। बड़ी संख्या में जायरीन के द्वारा ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के सामने जुमे की नमाज अदा की गई।