डीपीसी नहीं होने से नाराज इंजीनियरिंग कॉलेज में डीपीसी नहीं होने से नाराज मंत्रालयिक कर्मचारी शुक्रवार से हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों ने कॉलेज में नारेबाजी और प्रदर्शन किया। बाद में एडीएम प्रशासन और प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा।
कर्मचारियों ने कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम पर सौंपे पत्र में बताया कि सरकार ने प्रतिवर्ष डीपीसी की घोषणा की है। इसके बावजूद इंजीनियरिंग कॉलेज में 25 साल से डीपीसी नहीं हुई है। इसको लेकर तकनीकी शिक्षा विभाग बीकानेर तकनीकी विश्वविद्यालय और कॉलेज प्रशासन को कई बार लिखित और मौखिक रूप से अवगत कराया गया, इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
राज्य में पिछले 25 साल में अजमेर, बीकानेर, झालावाड़, दौसा, भरतपुर, भीलवाड़ा, कोटा सहित अन्य जगह इंजीनियरिंग कॉलेज खोले गए हैं। इनमें से कई कॉलेज में एकेडेमिक और नॉन एकेडेमिक स्टाफ सेल्फ फाइनेंसिंग पदों पर कार्यरत हैं। कई कॉलेज को सरकार से पर्याप्त बजट भी नहीं मिलता है। सरकार ने दो साल पूर्व वित्तीय समस्या से परेशान कॉलेज को आरटीयू और बीटीयू का संघटक कॉलेज बनाने का ऐलान किया था। कुछ कॉलेज का तकनीकी कारणों से मामला अटका हुआ है।
पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन
अजमेर.नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉइज यूनियन के तत्वावधान में रेल कर्मियों ने बुधवार को रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने नई पेंशन योजना को समाप्त करके पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इसमें अजमेर स्टेशन, कैरिज लोको विद्युत कारखाना, मारवाड़, ब्यावर, फालना, आबूरोड,उदयपुर, मावली, भीलवाड़ा में रेल कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में एल एन मीना, महेन्द्र सिंह गोदारा, बाल मुकंद सेन, गौरव मेहरा, अनिल तनेजा, संजय सिंह, संजय चतुर्वेदी, बाबू लाल मीणा सहित सैकड़ों कर्मचारी शामिल रहे। फरवरी माह से प्रतिमाह देशभर के केन्द्रीय कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।