पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने ईओ और आरओ भर्ती मामले में भ्रष्टाचार को लेकर एसीबी की जांच पर कोर्ट की ओर से की गई टिप्पणी पर गहलोत सरकार के खिलाफ तीखा हमला बोला है। देवनानी ने कहा कि गहलोत सरकार आरपीएससी में बैठे अपने चहेतों को बचाने के लिए जांच एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। देवनानी ने कहा कि इस मामले में कोर्ट की ओर से की गई टिप्पणियां बेहद गंभीर है और एसीबी की जांच पर कई सवाल खड़े करती हैं। देवनानी ने कहा कि कोर्ट की टिप्पणी के बाद साफ है कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कौन कर रहा है।
सरकार खुद भ्रष्टाचार को पनपा रही
देवनानी ने कहा कि इस मामले में एसीबी पहले दिन से ही आरपीएससी में बैठे लोगों को बचाने में जुड़ गई थी। इसका प्रमाण है कि एसीबी ने इस पूरे मामले में उन सदस्यों से कोई पूछताछ और जांच नहीं कि जिनके नाम से कांग्रेस नेता गोपाल केसावट ने रिश्वत ली थी। देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सरकार खुद भ्रष्टाचार को पनपा रही है और एजेंसियों का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार में डूबे अपने खास को बचाने का काम भी कर रही है। देवनानी ने आरोप लगाया कि ठीक इसी तरह कांग्रेस सरकार ने रीट पेपर लीक मामले में भी तत्कालीन बोर्ड अध्यक्ष को बचाने में पूरी ताकत लगा दी और आज तक उससे पूछताछ नहीं की गई।
प्रदेश के युवा वर्ग में सरकार को लेकर गहरी नाराजगी
देवनानी ने कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार युवाओं के साथ न सिर्फ धोखा कर रही है बल्कि उनके सपनों का भी खून कर रही है। देवनानी ने कहा कि इस सरकार में अब तक एक दर्जन भर्ती परीक्षाएं पेपर लीक और भ्रष्टाचार के चलते प्रभावित हुई हैं। इसको लेकर प्रदेश के युवा वर्ग में सरकार को लेकर गहरी नाराजगी है और अब युवा शक्ति इस घोटालेबाज सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए अपनी बाहें तान चुकी है।।