अजमेर। दिवाली की रात मां लक्ष्मी के सामने घी के दीपक को अपने बाएं हाथ की और और तेल के दीपक को अपने दाएं हाथ की तरफ कर पूजा का विधान है। दिवाली की आरती के साथ ही श्रद्धा अनुसार 7 ,11 21 बतियो के साथ पूजा की जाती है। और अखंड ज्योत जलाई जाती है। लक्ष्मी गणेश पूजन सामग्री में मां लक्ष्मी, गणेश जी, माता सरस्वती, और कुबेर देव की मूर्ति, पान का पत्ता, और सुपारी, केसर फल, कमलगट्टा, पीली कोडीया, धान का लावा, पताशा, मिठाई, खीर, मोदक लड्डू , पंच मैवा,गंगाजल, दूध, आदि विधि सहित पूजा की जाती है।